रांची: हेमंत हटाओ झारखंड बचाओ वाले नारे के साथ बाबूलाल मरांडी पूरे झारखंड में राजनीतिक रैली कर रहे हैं. दिल्ली से झारखंड में बदलाव की राजनीति और बीजेपी पर लग रहे आरोपों को चाहे जिस रूप में झारखंड में खड़ा किया जा रहा हो बीजेपी चाहे जिस रणनीति को दिल्ली से चल रही हो, लेकिन झारखंड में जमीनी राजनीति का एक बड़ा बिगुल बाबूलाल मरांडी ने बजा रखा है. हेमंत सोरेन और सोरेन परिवार के खिलाफ मुखर होकर के राजनीति को बाबूलाल मरांडी जमीन पर अंजाम दे रहे हैं. इसके पीछे की एक बड़ी वजह यह भी है. (Babulal Marandi can become Jharkhand BJP President)
गिरिडीह में बीजेपी के संगठन के बदलाव को लेकर जब बाबूलाल मरांडी से पूछा गया कि केंद्र राज्य में बड़े बदलाव की तरफ जा रहा है. उन्होंने इस पर कोई अपनी प्रतिक्रिया तो नहीं दी हालांकि इस बात से इनकार भी नहीं किया कि झारखंड में बड़े बदलाव की तरह पार्टी जा भी सकती है. विधानसभा अध्यक्ष ने भले ही नेता प्रतिपक्ष का दर्जा बाबूलाल मरांडी को न दिया हो लेकिन पार्टी ने उनके लिए नई तैयारी के साथ नया काम सौंपने की तैयारी शुरू कर ली है.
माना जा रहा है कि बाबूलाल मरांडी को जल्द ही प्रदेश की कमान दी जाएगी. बाबूलाल मरांडी ने इससे इनकार नहीं किया. हां यह जरूर कहा कि मैं भाजपा का समर्पित सिपाही हूं जो काम मिलेगा उसे करूंगा. जिस तरीके की राजनीतिक झारखंड में है और बाबूलाल मरांडी ने जिस तरीके से राजनीतिक तैयारी को अंजाम देने का बीड़ा उठा रखा है. उससे एक बात तो साफ है कि जल्द ही बीजेपी में बड़ा बदलाव दिखेगा.