रांची: बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी से ईटीवी भारत की टीम ने खास बातचीच की. उस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य की दो राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव की नौबत नहीं आती, अगर कांग्रेस का उम्मीदवार नहीं होता. उन्होंने कहा कि यह सबको पता है कि राज्यसभा चुनाव में विधायक वोटिंग करते हैं. झारखंड विधानसभा में विधायकों की जो दलगत स्थिति है, उसमें चीजें स्पष्ट हैं. उन्होंने कहा कि दो में से एक सीट बीजेपी और एक सीट जेएमएम के पाले में जानी तय है. इसलिए कांग्रेस अगर उम्मीदवार नहीं देती तो चुनाव की नौबत नहीं आती.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर क्वॉरेंटाइन सेंटर में जा रहे लोगों को अव्यवस्था झेलनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बाहर से आ रहे लोगों की स्क्रीनिंग के बाद उन्हें होम क्वॉरेंटाइन में भेज दे रही है. ऐसे में जांच नहीं हो रही है. इससे आगे चलकर समस्या हो सकती है. उन्होंने कहा कि हर बात के लिए केंद्र के ऊपर दोष देना सही नहीं है. मरांडी ने कहा कि राज्य सरकार को केंद्र ने 284 करोड़ रुपए दिए, लेकिन हालत यह है कि राज्य भर में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में स्थिति बेहद खराब है और लोगों को काफी समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं. यहां तक कि राज्य सरकार क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोगों को खाना तक नहीं दे पा रही है.
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खजाना खाली कहकर जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते सीएम
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह सरकार कहती आ रही है कि खजाना खाली है. सबसे बड़ी बात यह है कि लोगों ने उन्हें चुनकर वहां तक भेजा है. ऐसे में वह अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हट सकते. वहीं, नेता प्रतिपक्ष से जुड़े सवाल पर मरांडी ने कहा कि इसका जवाब हेमंत सोरेन या विधानसभा अध्यक्ष देंगे. दरअसल बीजेपी ने मरांडी को विधायक दल का नेता चुन लिया है, लेकिन अभी तक विधानसभा में उन्हें नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिया गया है.