रांची: राजधानी रांची में मानसून आने के बाद लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली है. मानसून आगमन के बाद लगातार हो रही बारिश की वजह से लोगों को सड़क पर गड्ढे में पानी भरने के बाद गिरने का डर सताने लगा है. दरअसल राजधानी रांची में खुली नाली और गटर की वजह से कई बार बड़ी घटना घट चुकी है. कुछ वर्ष पहले ही एक छोटी बच्ची खुली नाली में गिरने की वजह से काल के गाल में समा गई थी. जिसके बाद निगम की तरफ से कई नालों में ढक्कन लगाए गए लेकिन स्थिति में बहुत सुधार हुआ हो, ऐसा नहीं है.
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सताता है नाली में गिरने का डर: राजधानी के कई गली मोहल्लों में आज भी नाली खुले हुए हैं. इस वजह से कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. राजधानी के हिंदपीढ़ी इलाके और मेन रोड के पास कई ऐसे घर हैं, जिसके आसपास बड़ी-बड़ी नालियां और गटर पूरी तरह से खुले हुए है. जिस वजह से लोगों को यह डर सताते रहता है कि घर के बाहर निकलने वाले लोग कहीं उस नाली में ना गिर जाए.
गड्ढे दे रहे दुर्घटना को आमत्रंण: राजधानी के करम टोली में बीच सड़क पर ही गड्ढा बना हुआ है जो पूरी तरह से खुला हुआ है. निगम और जिला प्रशासन की नजर अब तक उस पर नहीं पड़ी है. लगातार बारिश होने के बाद सड़क पर बने गड्ढे लोगों की नजर से ओझल हो जाते हैं. ऐसे में लोगों के मन में यह डर बना रहता है कि आने जाने वाले लोग कहीं अपनी गाड़ी से उस गड्ढे में ना गिर जाएं. दूसरी तरफ राजधानी के अन्य क्षेत्रों में भी हो रहे निर्माण कार्य की वजह से बड़े-बड़े गड्ढे सड़क के किनारे बने हुए हैं. जिस वजह से कई बार लोग दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं.
क्या कहते हैं सह नगर आयुक्त: रांची के सह नगर आयुक्त रजनीश कुमार ने बताया कि बारिश का मौसम आते ही रेस्क्यू टीम की तैनाती राजधानी के 53 वार्डों में कर दी गई है. पिछले दिनों नगर निगम के पदाधिकारियों के द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया गया था. निरीक्षण के दौरान जहां भी वाटर लॉगिंग की समस्या देखी गई थी, वहां पर फिर से पानी जमा ना हो इस पर कर्मचारियों के द्वारा साफ-सफाई कराई गयी है. उन्होंने बताया कि जहां भी खुली हुई नाली या गटर है उसे ढंकने का काम शुरू कर दिया गया है.