रांची: झारखंड डीजीपी अजय सिंह संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के मूड में हैं. यही वजह है कि शनिवार को मुख्यालय में हुई पुलिस अधिकारियों के बैठक का मुख्य एजेंडा संगठित आपराधिक गिरोहों को लेकर ही रखा गया था. संगठित आपराधिक गिरोह पर नकेल कसने के लिए सीसीए यानी क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई करने का निर्देश डीजीपी के द्वारा दिया गया है.
सीसीए की झारखंड में क्या है स्थितिः पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 में अपराध पर लगाम कसने के लिए झारखंड के 21 जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने अपने-अपने जिलों में कुल 175 दुर्दांत अपराधियों के खिलाफ सीसीए का प्रस्ताव मंजूरी के लिए भेजा था. जानकारी के अनुसार 175 में से 82 प्रस्तावों पर मंजूरी मिल गई है, जबकि पूरे झारखंड में अब तक 93 अपराधियों पर सीसीए का प्रस्ताव लंबित पड़ा है.
किन-किन जिलों में कितने सीसीए के प्रस्ताव को मिली मंजूरीः राजधानी रांची में 20 अपराधियों के खिलाफ जिला पुलिस ने सीसीए का प्रस्ताव दिया था. जिनमें नौ को मंजूरी मिल गई है, जबकि 11 अभी भी लंबित हैं. धनबाद जिले में आठ अपराधियों के खिलाफ सीसीए का प्रस्ताव दिया गया था, जिनमें आठ को मंजूरी मिली है. वहीं जमशेदपुर में भी आठ अपराधियों के खिलाफ सीसीए का प्रस्ताव दिया गया था, जिनमें छह के खिलाफ मंजूरी मिल गई है. वहीं बाबा नगरी देवघर में 20 अपराधियों के खिलाफ प्रस्ताव दिया गया था, जिनमें 17 की मंजूरी मिली है.
कई जिलों से एक भी प्रस्ताव नहीं, कई को सभी प्रस्तावों की मिली मंजूरीः झारखंड के गुमला, जामताड़ा और पाकुड़ जिले से एक भी सीसीए का प्रस्ताव पिछले एक वर्ष में नहीं दिया गया है. झारखंड के कुछ ऐसे भी जिले हैं जिनमें जितने सीसीए के प्रस्ताव भेजे गए थे, सब को मंजूरी मिल गई है. उनमें कोडरमा, सिमडेगा और खूंटी शामिल हैं.