रांची: जेपीएससी की ओर से टाउन प्लानर के कुल 77 पदों के लिए वैकेंसी निकाली गई थी. इसके आलोक में पिछले सप्ताह जेपीएससी ने 46 अभ्यर्थियों का चयन किया है, जिसमें 36 पद रिक्त रह गए हैं. कुछ अभ्यर्थियों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई है. वंचित अभ्यर्थियों का कहना है कि टाउन प्लानर की नियुक्ति में गड़बड़ियां की गईं हैं. बाहरी उम्मीदवारों का चयन पहले चरण में कर लिया गया है.
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जनरल कैटेगरी में झारखंड के सिर्फ 2 अभ्यर्थी
जेपीएससी की ओर से 46 पदों पर टाउन प्लानर की नियुक्ति सवालों के घेरे में है. मामले को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही है. कुछ अभ्यर्थियों का कहना है कि जेपीएससी की ओर से बाहरी लोगों को तवज्जो देकर 77 में से 46 पदों पर बाहरी लोगों को नियुक्त कर दिया गया है.
जनरल कैटेगरी के अभ्यर्थियों में दो ही झारखंड के अभ्यर्थी हैं. अधिकतर अभ्यर्थी अन्य राज्यों के हैं. 36 पद अभी भी जेपीएससी की ओर से रिक्त रख दिए गए हैं. वहीं, दूसरी ओर कहा जा रहा है कि जरूरी कागजात विज्ञापन के पहले ही जेपीएससी को सौंपना है, जबकि अधिकतर अभ्यर्थी विज्ञापन जारी होने के बाद अपने-अपने कागजात सौंपे हैं, जो सरासर गलत है. यह मामला सोमवार को विधानसभा के पटल पर भी उठा है.
जेपीएससी पर उठते रहे हैं सवाल
इससे पहले भी जेपीएससी की ओर से ली गई प्रतियोगी परीक्षाओं पर भी सवाल खड़े किए जा चुके हैं. बार-बार बाहरी लोगों को जेपीएससी की ओर से तवज्जो दी जाती है. यह मामला हमेशा ही गरमाया है. एक बार फिर टाउन प्लानर के पद पर नियुक्ति का मामला भी जोर पकड़ने की संभावना है. हालांकि, मामले को लेकर वंचित अभ्यर्थियों ने कोर्ट की शरण में जाने की बात कही है.