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रांची: आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ ने भीख मांग सरकार के खिलाफ जताया विरोध

रांची में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ राजभवन के समक्ष भिक्षा मांग सरकार के खिलाफ विरोध जताया. उनका कहना है कि सरकार उन्हें इतना मानदेय भी नहीं देती है, जिससे उनका गुजर-बसर चल सके. मजबूरन उन्हें भीख मांगना पड़ रहा है.

आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ ने भिक्षा मांग सरकार के खिलाफ जताया विरोध
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Published : Sep 13, 2019, 8:26 AM IST

रांची: राज्य भर के आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ अपनी 5 सूत्री लंबित मांगों को लेकर लगातार आंदोलनरत हैं. सरकार की ओर से उनकी मांगों पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राज्यभर की आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका राजभवन के समक्ष एकत्रित हुई, लेकिन प्रशासन की ओर से उन्हें धरना स्थल पर ही रोक दिया गया.

देखें पूरी खबर

सरकार चाहती है कि महिला सड़क पर मांगे भीख
इसके बाद आक्रोशित महिलाओं ने राजभवन के समक्ष भिक्षाटन का कार्यक्रम शुरु कर दिया. आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ ने राहगीरों से भीख मांग कर सरकार के प्रति अपना विरोध जताया. उनका कहना है कि सरकार उन्हें इतना भी मानदेय नहीं देती है, जिससे उनका गुजर-बसर चल सके. मजबूर होकर उन्होंने राजभवन के समक्ष गुरुवार को भीख मांगने का काम किया. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार यही चाहती है कि महिलाएं सड़क पर भीख मांगे.

ये बी पढ़ें-सिंगल यूज प्लास्टिक अभियान को सफल बनाने के लिए बैठक, मुख्य सचिव ने विभिन्न विभागों को दिए कई निर्देश

महिला सशक्तिकरण
एक तरफ सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है तो दूसरी तरफ सरकार लगातार महिलाओं की मांगों को नजरअंदाज करती आ रही है. वहीं, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ की अध्यक्ष सुमन कुमारी ने कहा कि पिछली बार नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में सरकार की ओर से उनके स्वागत के लिए आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ को ले जाया गया था, लेकिन इस बार जब वो अपनी मांग से अवगत कराने के लिए कार्यक्रम स्थल पहुंचना चाही, तो प्रशासन की ओर से जबरन उन्हें राजभवन के समक्ष ही रोक दिया गया.

मानदेय में वृद्धि
बता दें कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ पिछले 16 अगस्त से लगातार आंदोलनरत है. सरकार की ओर से मानदेय में वृद्धि को लेकर एक कमेटी गठन करने का निर्देश दिया है, तो वहीं समय सीमा 60 साल से 62 साल कर दिया गया है, लेकिन आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ अपनी मानदेय में वृद्धि की मांग को लेकर लगातार आंदोलनरत है.

रांची: राज्य भर के आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ अपनी 5 सूत्री लंबित मांगों को लेकर लगातार आंदोलनरत हैं. सरकार की ओर से उनकी मांगों पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राज्यभर की आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका राजभवन के समक्ष एकत्रित हुई, लेकिन प्रशासन की ओर से उन्हें धरना स्थल पर ही रोक दिया गया.

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सरकार चाहती है कि महिला सड़क पर मांगे भीख
इसके बाद आक्रोशित महिलाओं ने राजभवन के समक्ष भिक्षाटन का कार्यक्रम शुरु कर दिया. आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ ने राहगीरों से भीख मांग कर सरकार के प्रति अपना विरोध जताया. उनका कहना है कि सरकार उन्हें इतना भी मानदेय नहीं देती है, जिससे उनका गुजर-बसर चल सके. मजबूर होकर उन्होंने राजभवन के समक्ष गुरुवार को भीख मांगने का काम किया. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार यही चाहती है कि महिलाएं सड़क पर भीख मांगे.

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महिला सशक्तिकरण
एक तरफ सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है तो दूसरी तरफ सरकार लगातार महिलाओं की मांगों को नजरअंदाज करती आ रही है. वहीं, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ की अध्यक्ष सुमन कुमारी ने कहा कि पिछली बार नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में सरकार की ओर से उनके स्वागत के लिए आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ को ले जाया गया था, लेकिन इस बार जब वो अपनी मांग से अवगत कराने के लिए कार्यक्रम स्थल पहुंचना चाही, तो प्रशासन की ओर से जबरन उन्हें राजभवन के समक्ष ही रोक दिया गया.

मानदेय में वृद्धि
बता दें कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ पिछले 16 अगस्त से लगातार आंदोलनरत है. सरकार की ओर से मानदेय में वृद्धि को लेकर एक कमेटी गठन करने का निर्देश दिया है, तो वहीं समय सीमा 60 साल से 62 साल कर दिया गया है, लेकिन आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ अपनी मानदेय में वृद्धि की मांग को लेकर लगातार आंदोलनरत है.

Intro:रांची
बाइट--सुमन कुमार आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ

राजभर के आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ अपनी 5 सूत्री लंबित मांगों को लेकर लगातार आंदोलनरत है लेकिन सरकार के द्वारा इनकी मांगों पर कोई विशेष जोर नहीं दिया गया है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजभर के आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ राजभवन के समक्ष एकत्रित हुई लेकिन प्रशासन के द्वारा इन्हें धरना स्थल पर ही रोक दिया गया जिसके बाद आक्रोशित महिलाओं ने राजभवन के समक्ष भिक्षाटन का कार्यक्रम शुरु कर दिया। आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ ने राहगीरों से भीख मांग कर सरकार के प्रति अपना विरोध दर्ज कराया


Body:उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें इतनी भी मानदेय नहीं देती है जो उनका घर का गुजर-बसर चल सके मजबूरन होकर वह राजभवन के समक्ष आज भीख मांगने का काम कर रही है रघुवर सरकार यही चाहती है कि महिला सड़क पर भीख मांगे एक तरफ सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है तो दूसरी तरफ सरकार लगातार महिलाओं की मांगों पर नजरअंदाज करती रही है वही आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ के अध्यक्ष सुमन कुमारी ने कहा कि पिछले बार नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में सरकार के द्वारा उनके स्वागत के लिए हम आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ को ले जाया गया था लेकिन इस बार जब हम लोग उन्हें अपनी मांग से अवगत कराने के लिए कार्यक्रम स्थल पहुंचना चाहे तो प्रशासन के द्वारा जबरन राजभवन के समक्ष ही रोक दिया गया सरकार हमारी आवाज का गला दबाना चाहती है।


Conclusion:आपको बता दें कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ पिछले 16 अगस्त से लगातार आंदोलनरत है सरकार के द्वारा मानदेय में वृद्धि को लेकर एक कमेटी गठन करने का निर्देश दिया है तो वही समय सीमा 60 वर्ष से 62 वर्ष कर दिया गया है। लेकिन आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ अपनी मानदेय में वृद्धि की मांग को लेकर लगातार आंदोलनरत है
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