रांचीः प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि झारखंड में 108 एंबुलेंस सेवा चौपट हो चुकी है. इसकी आड़ में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है. पूरे मामले की सीबीआई से जांच करानी चाहिए. उन्होंने कहा कि आलम यह है कि दुमका से मरीज को रिम्स रेफर करने पर पहले उसे धनबाद लाया जाता है. उसके बाद दूसरे एंबुलेंस से रिम्स लाया जाता है. इस दौरान मरीज की मौत तक हो जाती है. उन्होंने कहा कि मुसीबत के वक्त अक्सर समय पर फोन नहीं उठाया जाता है. इसकी आड़ में बड़ा घोटाला हो रहा है. राजस्थान की तर्ज पर इसकी भी जांच होनी चाहिए.
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जवाब में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि यह व्यवस्था पूर्ववर्ती सरकार ने शुरू की थी. अगर कहीं घपला घोटाला हुआ है तो माननीय अगर साक्ष्य उपलब्ध कराएंगे तो उसकी जांच जरूर करायी जाएगी. सरकार की ओर से बताया गया कि राज्य में बीएसएल स्तर पर 287 और एएलएस स्तर पर 50 यानी कुल 337 सप्ताह से एंबुलेंस चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर मरीज को 108 एंबुलेंस से पड़ोसी राज्य में भी भेजा जाता है.
सवाल-जवाब के बीच भाजपा विधायक अमर बाउरी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने जब 108 एंबुलेंस सेवा शुरू की थी तो उसका लाभ सभी को मिल रहा था. लेकिन अब चालकों को वेतन नहीं मिल पा रहा है. धीरे-धीरे यह सेवा बंद होती जा रही है. भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि चालकों का पेमेंट नहीं हो रहा है. ना प्रोन्नति, ना एनएचएम में समायोजन हो रहा है. कई विधायकों के पूरक सवाल आने पर मंत्री बना गुप्ता ने कहा कि अगर कहीं खामी है तो उसे दूर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द बाइक एंबुलेंस सेवा शुरू होने जा रही है. यह प्रक्रियाधीन है.