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अतीक-अशरफ की हत्या को सुदेश महतो ने बताया विधि व्यवस्था की चूक, आजसू में शामिल हुए कई वकील और बुद्धिजीवी

27 अधिवक्ता, रिटायर्ड अफसर और बुद्धिजीवियों ने रविवार को आजूस का दामन थामा है. इस कार्यक्रम के बाद पार्टी सुप्रीम सुदेश महतो ने कहा कि अतीक अहमद की हत्या विधि व्यवस्था की चूक है.

AJSU supremo Sudesh Mahto statement on Atiq Ahmed murder
AJSU supremo Sudesh Mahto statement on Atiq Ahmed murder
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Published : Apr 16, 2023, 4:15 PM IST

Updated : Apr 16, 2023, 5:34 PM IST

आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो

रांची: झारखंड उच्च न्यायालय और अलग अलग जिला एवं सत्र न्यायालय में प्रैक्टिस करनेवाले ढाई दर्जन से अधिक अधिवक्ता, अलग-अलग विभाग से सेवानिवृत अधिकारी और बुद्धिजीवियों ने रविवार को आजसू पार्टी का दामन थाम लिया है. आजसू पार्टी के हरमू स्थित केंद्रीय कार्यालय में पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने पार्टी में शामिल हुए अधिवक्ताओं और बुद्धिजीवियों को पार्टी में शामिल कराया और कहा कि उनके पार्टी में शामिल होने से पार्टी को न सिर्फ मजबूती मिलेगी बल्कि वैचारिक क्रांति को भी बल मिलेगा.

ये भी पढ़ें- जमशेदपुर प्रशासन ने ही सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का किया प्रयास, हेमंत सरकार के इशारे पर हुई एकतरफा कार्रवाई: बाबूलाल मरांडी

अतीक अहमद की हत्या विधि व्यवस्था में चूक- सुदेश महतो: झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आजसू पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने मिलन समारोह के बाद मीडिया के पूछे सवाल पर कहा कि प्रयागराज में जो घटना कल घटी है, वह विधि व्यवस्था की चूक है. उन्होंने कहा कि हिस्ट्रीशीटेड लोगों के लिए न्यायालय है, विधि है और संविधान हैं. अगर उसी के अंदर में कोई सुरक्षित नहीं है तो यह ठीक नहीं है. सुदेश महतो ने कहा कि मैंने देखा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को संज्ञान में लिया है और अतीक अहमद की सुरक्षा में लगे लोगों को सस्पेंड कर दिया है तथा पूरे घटनाक्रम की आगे भी न्यायिक जांच कराने की बात कही है. सुदेश महतो ने कहा कि भारत लोकतांत्रिक देश है, इसलिए इस तरह की घटना का महत्व बढ़ जाता है. उन्होंने कहा कि हर किसी को यह देखने की जरूरत है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में कोई चूक नहीं हो और अपराध के लिए सजा देने, न्याय देने का काम अदालत का है.

2023 को आंदोलन वर्ष मना रहा है आजसू: 17 से 19 अप्रैल तक नियोजन नीति के खिलाफ छात्रों के तीन दिवसीय आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए सुदेश महतो ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के खिलाफ लगातार आंदोलन चलेगा. 60:40 नियोजन नीति के खिलाफ आजसू यहां के लोगों की भावनाओं के साथ है. आजसू पार्टी का लगातार कार्यक्रम चलेगा, इस महीने सामाजिक न्याय माह तथा राज्यव्यापी कार्यक्रम होंगे. भोगनाडीह में आजसू की ओर से आदिवासी महासभा के आयोजन किया जाएगा. अनुसूचित जाति के हक और अधिकार के लिए भी आजसू पार्टी कार्यक्रम करने जा रही है.


आजसू नेता ने कहा कि आज हेमंत सोरेन की सरकार से हर वर्ग के लोग नाखुश हैं. इसलिए सभी लोगों को एकजुट होकर हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ मुखर होकर विरोध जताना होगा. आजसू का विधिक विंग अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ से जुड़ने वाले अधिवक्ताओं का स्वागत करते हुए सेवा निवृत्त प्रधान न्यायाधीश पंकज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आजसू के विधि प्रकोष्ठ में शामिल होने वाले अधिवक्ताओं का वह स्वागत करते हैं. उनके आगमन से दल को ताकत मिलेगी. उन्होंने कहा कि आजसू में बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं का शामिल होना यह बताता है कि वर्तमान व्यवस्था से लोग त्रस्त हैं और उनका विश्वास आजसू पार्टी की विचारधारा में है.


वहीं, पशुपालन विभाग से सेवानिवृत होने के बाद आजसू का दाम थामने वाले डॉ मीनू शरण ने कहा कि आजसू पार्टी की विचारधारा से वह शुरुआती दिनों से ही प्रभावित रहे हैं. पशुपालन पदाधिकारी के रूप में लंबी सेवा देने के बाद उनकी इच्छा सामाजिक न्याय की विचारधारा को मजबूत करने का है. इसलिए आजसू पार्टी में शामिल हुए हैं. आज के मिलन समारोह में आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव डॉ देवशरण भगत सहित कई नेता भी शामिल हुए.

आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो

रांची: झारखंड उच्च न्यायालय और अलग अलग जिला एवं सत्र न्यायालय में प्रैक्टिस करनेवाले ढाई दर्जन से अधिक अधिवक्ता, अलग-अलग विभाग से सेवानिवृत अधिकारी और बुद्धिजीवियों ने रविवार को आजसू पार्टी का दामन थाम लिया है. आजसू पार्टी के हरमू स्थित केंद्रीय कार्यालय में पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने पार्टी में शामिल हुए अधिवक्ताओं और बुद्धिजीवियों को पार्टी में शामिल कराया और कहा कि उनके पार्टी में शामिल होने से पार्टी को न सिर्फ मजबूती मिलेगी बल्कि वैचारिक क्रांति को भी बल मिलेगा.

ये भी पढ़ें- जमशेदपुर प्रशासन ने ही सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का किया प्रयास, हेमंत सरकार के इशारे पर हुई एकतरफा कार्रवाई: बाबूलाल मरांडी

अतीक अहमद की हत्या विधि व्यवस्था में चूक- सुदेश महतो: झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आजसू पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने मिलन समारोह के बाद मीडिया के पूछे सवाल पर कहा कि प्रयागराज में जो घटना कल घटी है, वह विधि व्यवस्था की चूक है. उन्होंने कहा कि हिस्ट्रीशीटेड लोगों के लिए न्यायालय है, विधि है और संविधान हैं. अगर उसी के अंदर में कोई सुरक्षित नहीं है तो यह ठीक नहीं है. सुदेश महतो ने कहा कि मैंने देखा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को संज्ञान में लिया है और अतीक अहमद की सुरक्षा में लगे लोगों को सस्पेंड कर दिया है तथा पूरे घटनाक्रम की आगे भी न्यायिक जांच कराने की बात कही है. सुदेश महतो ने कहा कि भारत लोकतांत्रिक देश है, इसलिए इस तरह की घटना का महत्व बढ़ जाता है. उन्होंने कहा कि हर किसी को यह देखने की जरूरत है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में कोई चूक नहीं हो और अपराध के लिए सजा देने, न्याय देने का काम अदालत का है.

2023 को आंदोलन वर्ष मना रहा है आजसू: 17 से 19 अप्रैल तक नियोजन नीति के खिलाफ छात्रों के तीन दिवसीय आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए सुदेश महतो ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के खिलाफ लगातार आंदोलन चलेगा. 60:40 नियोजन नीति के खिलाफ आजसू यहां के लोगों की भावनाओं के साथ है. आजसू पार्टी का लगातार कार्यक्रम चलेगा, इस महीने सामाजिक न्याय माह तथा राज्यव्यापी कार्यक्रम होंगे. भोगनाडीह में आजसू की ओर से आदिवासी महासभा के आयोजन किया जाएगा. अनुसूचित जाति के हक और अधिकार के लिए भी आजसू पार्टी कार्यक्रम करने जा रही है.


आजसू नेता ने कहा कि आज हेमंत सोरेन की सरकार से हर वर्ग के लोग नाखुश हैं. इसलिए सभी लोगों को एकजुट होकर हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ मुखर होकर विरोध जताना होगा. आजसू का विधिक विंग अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ से जुड़ने वाले अधिवक्ताओं का स्वागत करते हुए सेवा निवृत्त प्रधान न्यायाधीश पंकज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आजसू के विधि प्रकोष्ठ में शामिल होने वाले अधिवक्ताओं का वह स्वागत करते हैं. उनके आगमन से दल को ताकत मिलेगी. उन्होंने कहा कि आजसू में बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं का शामिल होना यह बताता है कि वर्तमान व्यवस्था से लोग त्रस्त हैं और उनका विश्वास आजसू पार्टी की विचारधारा में है.


वहीं, पशुपालन विभाग से सेवानिवृत होने के बाद आजसू का दाम थामने वाले डॉ मीनू शरण ने कहा कि आजसू पार्टी की विचारधारा से वह शुरुआती दिनों से ही प्रभावित रहे हैं. पशुपालन पदाधिकारी के रूप में लंबी सेवा देने के बाद उनकी इच्छा सामाजिक न्याय की विचारधारा को मजबूत करने का है. इसलिए आजसू पार्टी में शामिल हुए हैं. आज के मिलन समारोह में आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव डॉ देवशरण भगत सहित कई नेता भी शामिल हुए.

Last Updated : Apr 16, 2023, 5:34 PM IST
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