रांचीः आजसू पार्टी से अपना नाता तोड़ते ही पूर्व सचिव ललित ओझा ने आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. रविवार को उन्होंने सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो से पारंपरिक तरीके से माफी मांगी. माफी का कारण बताया कि पूर्व विधायक अमित महतो को एक मामले में अपनी विधायकी खोनी पड़ी थी. इसका जिम्मेदार आजसू के पूर्व सचिव ने सुदेश महतो और उनकी पार्टी को ठहराया.
आजसू के पूर्व सचिव और युवा नेता ललित ओझा ने कहा है कि आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को बड़ा नेता बनने की जल्दी है. दिल्ली तक उनका नाम जाए, इसलिए उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार ही हाथ लगी. उन्होंने कहा कि हैरत की बात यह है कि भले ही वह चुनाव हार रहे हों, लेकिन उनके काफिले में शामिल होने वाले महंगे गाड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस मुक्त देश का नारा दिया है. उसी तरह उन्होंने आजसू मुक्त झारखंड का संकल्प लिया है. इसके लिए आगामी विधानसभा चुनाव में सिल्ली विधानसभा सीट पर पूर्व विधायक अमित महतो के नेतृत्व में उनके उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि वे उनके जीत का पूरा प्रयास करेंगे.
वहीं, उन्होंने कहा है कि आजसू पार्टी ने पूर्व विधायक अमित महतो को षड्यंत्र के तहत उनकी विधायकी समाप्त करवाई है. ऐसे में वे भले ही आजसू पार्टी में शामिल थे, लेकिन इस षडयंत्र में शामिल नहीं थे. उन्होंने कहा कि पार्टी में शामिल होने की वजह से पूर्व विधायक अमित महतो से माफी मांगने आए हैं.
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वहीं, मौके पर पूर्व विधायक अमित महतो ने युवा नेता ललित ओझा का स्वागत किया. उन्होंने उनकी माफी मांगने पर धन्यवाद ज्ञापन किया. उन्होंने कहा कि राज्य को बचाने के लिए आज युवा नेताओं की ही जरूरत है. ऐसे में उन्होंने उम्मीद जताई है कि युवाओं के सहयोग से ही झारखंड में सही मायने में विकास हो पाएगा.