रांची: बागवानी फसलों को प्रोत्साहन देने और योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए रामकृष्ण मिशन आश्रम में 'फूलों का व्यवसाय, खेती वर्तमान परिदृश्य एवं संभावनाएं' विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में झारखंड के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री बादल पत्रलेख ने बागवानी के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले किसानों को प्रोत्साहित किया.
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि कोरोना की वजह से देश में हुए आर्थिक संकट को दूर करने के लिए सरकार खेती कार्यों को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है. इसी क्रम में राज्य बागवानी मिशन के तहत फल, फूल और सब्जियों की खेती करने के लिए लोगों को सरकार की ओर से बढ़ावा दिया जा रहा है. कृषि विभाग और सरकार इसको लेकर तत्पर हैं. किसानों के उत्पाद को बाजार मुहैया कराने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है. आज के समय में ऑर्गेनिक तरीके से फूलों की खेती कर लोग अच्छी कमाई कर रहे हैं और दूसरे किसानों को मोटिवेट भी कर रहे हैं.
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बागवानी कार्यक्रम में पहुंचे मांडर के किसान फागू उरांव ने कहा कि 2015 में राष्ट्रीय बागवानी मिशन से जुड़ा और 4 एकड़ में खेती कर रहा हूं. आम, अमरूद और फूलों की खेती करते हैं, जिससे अच्छी आमदनी हो जाती है. वहीं नेतरहाट के किसान ने बताया कि 25 एकड़ में खेती कर रहा हूं. नेतरहाट के वातावरण के अनुसार वहां पर ओल की खेती अच्छी होती है. इसके साथ ही स्ट्रॉबेरी की भी खेती की जाती है.