रांचीः नगर निगम ने शहर को इको फ्रेंडली बनाने के लिए 'शनिवार नो कार' अभियान की शुरुआत की है. ऐसे में आम लोगों को प्रेरित करने के लिए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने भी इसमें हिस्सा लिया. इनके साथ नगर आयुक्त समेत नगर निगम के पदाधिकारी कर्मियों ने भी इस अभियान में हिस्सा लिया. इसकी शुरुआत से पहले कृषि मंत्री और नगर आयुक्त ने शहर में लगभग 30 किलोमीटर तक साइकिल चलाकर लोगों के बीच साइकिल के इस्तेमाल का संदेश दिया.
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साइकिल चालकों के सम्मान में रोका गया ट्रैफिक
मोरहाबादी मैदान से 'शनिवार नो कार' अभियान की शुरुआत की गई. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने फीता काटकर इस अभियान की शुरुआत की. इस दौरान नगर आयुक्त समेत नगर निगम के पदाधिकारी और कर्मचारी समेत आम लोग भी मौजूद रहे. जिसके बाद मोरहाबादी मैदान से कृषि मंत्री और नगर आयुक्त नगर रांची नगर निगम कार्यालय पहुंचे. राजधानी रांची में यह पहला मौका था, जब साइकिल चालकों के सम्मान में ट्रैफिक रोका गया.
शहर बनेगा ईको फ्रेंडली
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि रमणीक रांची बनाने के लिए यह कवायद शुरू की गई है, साइकिल के इस्तेमाल से न सिर्फ शहर ईको फ्रेंडली बनेगा, बल्कि पॉकेट फ्रेंडली और सिटीजन फैमिली भी बनेगा. उन्होंने कहा कि आम तौर पर बड़ी गाड़ियों के गुजरने पर साइकिल को रोक दिया जाता है, लेकिन पहली बार शहर में बड़ी गाड़ियों को साइकिल चलाने वालों के सम्मान में रोका गया. उन्होंने कहा कि विकसित देशों में ज्यादातर लोग साइकिल का इस्तेमाल करते हैं. इस दौरान उन्होंने नगर आयुक्त कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि साइकिल चलाने से ट्रैफिक पर भी अच्छा असर पड़ेगा और प्रदूषण भी कम होगा.
स्वच्छ वातावरण के लिए पहल
कृषि मंत्री ने कहा कि रांची की पहचान स्वच्छ वातावरण के लिए भी है, ऐसे में स्वच्छ वातावरण को फिर से बनाने की पहल रांची नगर निगम की ओर से की गई है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि मुख्यमंत्री के इस अभियान में आने से हजारों लोग उनके साथ उतरेंगे और रांची की कायनात बदलेगी.
जनभागीदारी से जुड़ा अभियान
वहीं नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने बताया कि 'शनिवार नो कार' एक जनभागीदारी से जुड़ा अभियान है, ऐसे में आम लोगों से अपील है कि कम दूरी के लिए सप्ताह में 1 दिन साइकिल का इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी की सर्वे रिपोर्ट है कि 90 प्रतिशत लोग रांची नगर निगम क्षेत्र में 5 किलोमीटर की दूरी ही तय करते हैं, ऐसे में अगर साइकिल का इस्तेमाल होता है तो रांची शहर ईको फ्रेंडली सिटी के रूप में विकसित होगा और आम लोगों का खर्च भी घटेगा.
ट्रैफिक मैनेजमेंट होगा स्मूथ
नगर आयुक्त ने कहा कि इसके साथ-साथ फिटनेस तो आएगी ही, साथ ही ट्रैफिक मैनेजमेंट भी स्मूथ हो पाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई है कि हर शनिवार को साइकिल चलाने वालों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और एक ऐसा समय आएगा, जब लोग साइकिल का ज्यादा इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने कहा कि लोगों को परसेप्शन बदलने की जरूरत है कि केवल आम लोग ही साइकिल नहीं चला सकते, बल्कि प्रोफेशनल और अधिकारी भी साइकिल का इस्तेमाल करते हैं.