रांची: राज्यभर के अधिवक्ता शुक्रवार को न्यायिक कार्य से खुद को दूर रखेंगे. रांची में अधिवक्ता मनोज कुमार झा की हत्या और धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत का विरोध का विरोध जताया जाएगा. यह निर्णय झारखंड स्टेट बार काउंसिल की ओर से लिया गया है.
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अधिवक्ता मनोज कुमार झा की हत्या और धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत के विरोध में राज्यभर के अधिवक्ता शुक्रवार को न्यायिक कार्य से दूर रहेंगे. यह निर्णय स्टेट बार काउंसिल की ओर से लिया गया है. अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी और एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट (Advocate Protection Act) लागू कराने की मांग को लेकर एक उनका एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपेंगे.
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उन्होंने आगे बताया कि इन दोनों घटनाओं को लेकर राज्य सरकार को एक महीने का समय दिया जाएगा, ताकि सरकार की मंशा का पता चल सके. अगर एक महीने में राज्य सरकार एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं करती है तो स्टेट बार काउंसिल बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगी.
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अधिवक्ता मनोज कुमार झा बीते दिनों अपने ड्राइवर के साथ तमाड़ थाना क्षेत्र के रड़गांव स्थित संत जेवियर कॉलेज के निर्माण स्थल पर गए थे. इसी बीच कुछ लोग बाइक से आए और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. गोली लगने से मनोज कुमार झा वहीं गिर गए, बाद में उनकी मौत हो गई. मनोज झा मूल रूप से रांची के चर्च रोड के रहने वाले थे.