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शुक्रवार को राज्यभर के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से खुद को रखेंगे दूर, राज्यपाल और सीएम को सौंपेंगे ज्ञापन

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Published : Jul 29, 2021, 10:34 PM IST

रांची में अविवक्ता मनोज कुमार झा की हत्या और धनबाद कोर्ट के जज की संदिग्ध मौत का चौतरफा विरोध हो रहा है. इसको लेकर झारखंड स्टेट बार काउंसिल ने फैसला लिया है कि शुक्रवार को प्रदेश के तमाम अधिवक्ता खुद को न्यायिक कार्यों से दूर रखकर विरोध जताएंगे. साथ एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल और सीएम मिलकर सुरक्षा को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे.

Advocates will keep themselves away from judicial work tomorrow in Jharkhand
Advocates will keep themselves away from judicial work tomorrow in Jharkhand

रांची: राज्यभर के अधिवक्ता शुक्रवार को न्यायिक कार्य से खुद को दूर रखेंगे. रांची में अधिवक्ता मनोज कुमार झा की हत्या और धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत का विरोध का विरोध जताया जाएगा. यह निर्णय झारखंड स्टेट बार काउंसिल की ओर से लिया गया है.

इसे भी पढ़ें- 48 घंटे में अधिवक्ता की हत्या और एक जज की संदिग्ध हालात में मौत ने पकड़ा तूल, क्या न्यायपालिका से जुड़े लोग निशाने पर ?

अधिवक्ता मनोज कुमार झा की हत्या और धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत के विरोध में राज्यभर के अधिवक्ता शुक्रवार को न्यायिक कार्य से दूर रहेंगे. यह निर्णय स्टेट बार काउंसिल की ओर से लिया गया है. अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी और एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट (Advocate Protection Act) लागू कराने की मांग को लेकर एक उनका एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपेंगे.

जानकारी देते स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष
स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष राजेंद्र कृष्णा ने मांग करते हुए कहा कि इन दोनों घटना के आरोपियों को स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सुनवाई कर 3 महीने के भीतर कड़ी सजा दी जाए. जिससे न्यायपालिका पर इस तरह के प्रहार करने का दुस्साहस आगे से कोई ना कर सके. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता मनोज कुमार झा की हत्या को लेकर एक कमिटी का गठन किया गया है, जो उनके परिजनों को मुआवजा दिलाने का प्रयास करेगी. इसके साथ ही राज्य में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल से काउंसिल का एक प्रतिनिधिमंडल मिलेगा.

इसे भी पढ़ें- झारखंड के अधिवक्ता 30 जुलाई को करेंगे हड़ताल, अधिवक्ता मनोज झा की हत्या पर फूटा गुस्सा


उन्होंने आगे बताया कि इन दोनों घटनाओं को लेकर राज्य सरकार को एक महीने का समय दिया जाएगा, ताकि सरकार की मंशा का पता चल सके. अगर एक महीने में राज्य सरकार एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं करती है तो स्टेट बार काउंसिल बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगी.

इसे भी पढ़ें- रांची में दिनदहाड़े वकील की गोली मारकर हत्या, तमाड़ में दहशत

अधिवक्ता मनोज कुमार झा बीते दिनों अपने ड्राइवर के साथ तमाड़ थाना क्षेत्र के रड़गांव स्थित संत जेवियर कॉलेज के निर्माण स्थल पर गए थे. इसी बीच कुछ लोग बाइक से आए और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. गोली लगने से मनोज कुमार झा वहीं गिर गए, बाद में उनकी मौत हो गई. मनोज झा मूल रूप से रांची के चर्च रोड के रहने वाले थे.

रांची: राज्यभर के अधिवक्ता शुक्रवार को न्यायिक कार्य से खुद को दूर रखेंगे. रांची में अधिवक्ता मनोज कुमार झा की हत्या और धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत का विरोध का विरोध जताया जाएगा. यह निर्णय झारखंड स्टेट बार काउंसिल की ओर से लिया गया है.

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अधिवक्ता मनोज कुमार झा की हत्या और धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत के विरोध में राज्यभर के अधिवक्ता शुक्रवार को न्यायिक कार्य से दूर रहेंगे. यह निर्णय स्टेट बार काउंसिल की ओर से लिया गया है. अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी और एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट (Advocate Protection Act) लागू कराने की मांग को लेकर एक उनका एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपेंगे.

जानकारी देते स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष
स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष राजेंद्र कृष्णा ने मांग करते हुए कहा कि इन दोनों घटना के आरोपियों को स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सुनवाई कर 3 महीने के भीतर कड़ी सजा दी जाए. जिससे न्यायपालिका पर इस तरह के प्रहार करने का दुस्साहस आगे से कोई ना कर सके. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता मनोज कुमार झा की हत्या को लेकर एक कमिटी का गठन किया गया है, जो उनके परिजनों को मुआवजा दिलाने का प्रयास करेगी. इसके साथ ही राज्य में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल से काउंसिल का एक प्रतिनिधिमंडल मिलेगा.

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उन्होंने आगे बताया कि इन दोनों घटनाओं को लेकर राज्य सरकार को एक महीने का समय दिया जाएगा, ताकि सरकार की मंशा का पता चल सके. अगर एक महीने में राज्य सरकार एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं करती है तो स्टेट बार काउंसिल बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगी.

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अधिवक्ता मनोज कुमार झा बीते दिनों अपने ड्राइवर के साथ तमाड़ थाना क्षेत्र के रड़गांव स्थित संत जेवियर कॉलेज के निर्माण स्थल पर गए थे. इसी बीच कुछ लोग बाइक से आए और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. गोली लगने से मनोज कुमार झा वहीं गिर गए, बाद में उनकी मौत हो गई. मनोज झा मूल रूप से रांची के चर्च रोड के रहने वाले थे.

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