रांचीः राजधानी में 2 वर्ष के बाद बड़ी धूमधाम के साथ दुर्गा पूजा मनाया जा रहा है. जिसको लेकर विभिन्न पूजा समितियों के द्वारा भव्य साज-सज्जा के इंतजाम किए गए हैं. लेकिन इस बार रातू रोड पूजा समिति को अपने भव्य साज-सज्जा के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि उनके द्वारा बनाए तोरण द्वार जिला प्रशासन की नजर में खटकने में लगा है.
जिला प्रशासन की तरफ से रातू रोड दुर्गा पूजा समिति को नोटिस दिया गया है. पूजा समिति के अध्यक्ष राहुल यादव कोषाध्यक्ष रोहित यादव और संरक्षक विक्की यादव को नोटिस जारी करते हुए यह कहा गया है कि आपके द्वारा जिस तरह से तैयारियां की जा रही है. इससे कहीं ना कहीं आप लोगों को परेशानी हो सकती है और क्षेत्र के शांति में भी बाधा आ सकता है. रातू रोड पूजा समिति की शिकायत सुखदेव नगर थाना प्रभारी के द्वारा एसडीओ कार्यालय में किया गया है. जिस पर संज्ञान लेते हुए एसडीओ कार्यालय की तरफ से रोहित यादव राहुल यादव और विक्की यादव को एसडीओ कोर्ट में सोमवार को हाजिर होने के लिए कहा गया है.
पूरे मामले पर रातू रोड पूजा समिति के अध्यक्ष राहुल यादव ने बताया कि पिछले 40 वर्ष से पूजा समिति के द्वारा इसी जगह पर पंडाल बनाया जा रहा है. लेकिन अचानक इस वर्ष जिस प्रकार से जिला प्रशासन और थाना प्रभारी के द्वारा बाधा डाली जा रही है. इससे यही प्रतीत हो रहा है कि प्रशासन अपना दबाव बनाना चाहती है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले पर एसएसपी को भी सूचित किया गया है. लेकिन इसके बावजूद भी सुखदेव नगर थाना प्रभारी का रुख काफी गलत है. जिस प्रकार से उन्होंने पूजा समिति के सदस्यों और अन्य लोगों से बात की है इससे हमारे मान सम्मान को ठेस पहुंचाया है. जिला प्रशासन के इसी रवैए की वजह से रातू रोड आरआर स्पोर्ट क्लब पूजा समिति के सदस्यों ने यह निर्णय लिया है कि जिला प्रशासन की रोक की वजह से पूजा नहीं की जाए. उनका कहना है कि जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं, इससे यह प्रतीत हो रहा है कि जिला प्रशासन के लोग समिति के सदस्यों के खिलाफ हैं.
उन्होंने सुखदेव नगर थाना के पदाधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि 26 सितंबर से नवरात्र की शुरुआत होती है. ऐसे महत्वपूर्ण समय में 1 दिन पहले 25 सितंबर को स्थानीय थाना के द्वारा नोटिस जारी कर सवाल खड़े किए जाते हैं. ऐसे में समिति के लोगों के लिए भी पूजा करना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि अगर जिला प्रशासन के लोग समर्थन नहीं करेंगे तो फिर पूजा में सुरक्षा की जिम्मेदारी कैसे पूरी होगी. इसीलिए समिति के लोगों ने निर्णय लेते हुए यह तय किया है कि जब तक प्रशासन पूरी अनुमति नहीं देगी तब तक समिति के सदस्यों के द्वारा पूजा की तैयारी शुरू नहीं की जाएगी.