रांची: राजधानी के शहरी इलाकों में लगातार हो रही लापरवाही का नतीजा है कि अब राजधानी के हर कोने तक कोरोना पहुंच चुका है. रांची में सबसे पहला पॉजिटिव मरीज हिंदपीढ़ी इलाके से मिला और देखते ही देखते पॉजिटिव मामलों का यह आंकड़ा रांची में हाफ सेंचुरी के पार हो गया है.
पॉजिटिव मामलों के लिंक जुड़ रहे हैं हिंदपीढ़ी से
झारखंड के कई दूसरे जिलों में मिले पॉजिटिव मामलों के लिंक भी रांची के हिंदपिढी से जुड़ रहे है. आखिर हिंदीपीढ़ी से निकलकर लोग झारखंड के पलामू , लोहरदगा और दूसरी जगह कैसे पहुंच जा रहे हैं. यह समझ से परे है, लेकिन जब ईटीवी भारत की टीम ने इस मामले की पड़ताल की तब यह समझ आया कि आखिर कैसे हिंदपीढ़ी के लोग दूसरी जगह तक पहुंच जा रहे हैं.
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पुलिस के दावे हो रहे हैं खोखले साबित
रांची पुलिस का दावा है कि कोरोना हॉटस्पॉट बन चुके हिंदपीढ़ी को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. पुलिस के दावे हर दिन खोखले साबित होते जा रहे हैं. हिंदपीढ़ी से जुड़ा कोई ना कोई मामला इलाके के बाहर मिल ही जा रहा है. दरअसल, हिंदपीढ़ी एक ऐसा इलाका है, जिसके अंदर जाने के लिए शहर के हर तरफ से छोटे-मोटे रास्ते हैं. रांची पुलिस ने मेन रोड को पूरी तरह से सील कर दिया, लेकिन अंदरूनी रास्तों पर तैनाती कहीं भी नहीं दिख रही है.
10 बजे के बाद नहीं दिखती है पुलिस
हरमू नदी से निकल कर जो रास्ता बाहर जाती है, उसकी सुरक्षा में काफी चूक है. रात के 10 बजे ही हरमू से हिंदपीढ़ी जाने वाले रास्तों में कहीं भी पुलिस की कोई भी टीम नहीं दिखी. दिन के उजाले में हरमू पुल सहजानंद चौक के आसपास पुलिस की फोर्स तैनात रहती है. ऐसे में हिंदपीढ़ी के लोग बाहर नहीं निकल पाते हैं, लेकिन अंधेरा होने के बाद सुरक्षा बेहद कम हो जाती है और लोगों का आना-जाना शुरू हो जाता है. ऐसे में कौन सा शख्स हिंदपीढ़ी से आ रहा है या फिर कौन दूसरे इलाके के हैं, इसकी पहचान करना बेहद मुश्किल है.
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सुरक्षा इंतजाम दिख रहा असफल
ऐसे में आप खुद समझ सकते हैं कि आखिर शहर के अलग-अलग इलाकों में कैसे यह महामारी फैल रही है. हरमू इलाके से लौटने के क्रम में देर रात रांची के सिटी एसपी सौरव से ईटीवी भारत की टीम की मुलाकात हो गई. वो एक कोरोना पॉजिटिव मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए जा रहे थे. उनसे जब यह पूछा गया कि कुछ रास्तों पर सुरक्षा के कोई बंदोबस्त नहीं है और वहीं से लोगों की आवाजाही हो रही है तो उन्होंने कहा की ऐसा कोई मामला ही नहीं है. सुरक्षा इंतजाम हर जगह है, लेकिन हमारे कैमरे में जो दिखाया, वही सच्चाई थी.
बीमारी का फैलाव
पुलिस लाख दावा करें, लेकिन हिंदपीढ़ी से जुड़े जो मामले लगातार दूसरे इलाके से आ रहे हैं. इससे साबित हो रहा हैं कि हिंदपीढ़ी के लोग बाहर निकल कर चोरी-छिपे जा रहे हैं और बीमारी का फैलाव कर रहे हैं. ऐसे में पुलिस और हिंदपीढ़ी के वैसे लोग जो इस बीमारी को लेकर अभी भी अज्ञान हैं. उनकी लापरवाही पूरे शहर पर भारी पड़ सकती है.