रांची: त्योहारों का सीजन शुरू होते ही एक बार फिर कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है. कुछ दिनों से लग रहा था कि कोरोना से लोगों को राहत मिलेगी और धीरे-धीरे सभी चीजें सामान्य हो जाएगी. लेकिन एक के बाद एक नए मामले सामने आ रहे हैं जिससे प्रशासन और राज्य सरकार की नींद उड़ गई है. शनिवार को हटिया स्टेशन पर एक साथ 55 पैसेंजर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. सभी यात्री तपस्विनी एक्सप्रेस और राउरकेला एक्सप्रेस से रांची पहुंचे थे. पॉजिटिव मिले यात्रियों में एक मरीज को रिम्स में भर्ती कराया गया है. बाकी कोरोना संक्रमित यात्रियों को आइसोलेट किया गया है.
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बता दें कि रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए विशेष जांच की व्यवस्था की गई थी. लेकिन, कोरोना की रफ्तार कम होने के कारण सारी व्यवस्थाएं सुस्त हो गई और प्रशासन के साथ-साथ रेल प्रबंधन की तरफ से भी इस ओर कम ध्यान दिया जाने लगा. लेकिन थोड़ी लापरवाही के कारण कोरोना महामारी का प्रकोप एक बार फिर राजधानी रांची में दिखना शुरू हो गया है. ट्रेन से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है.
इंफेक्शन फैलने का खतरा
सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि इन यात्रियों के साथ सफर करने वाले ऐसे सैकड़ों यात्री हैं जो अपने-अपने घर के लिए निकल गए हैं और ऐसे में लोगों के बीच इंफेक्शन फैलने की खतरा मंडराने लगा है. इसमें एक बार फिर प्रशासन और रेल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है क्योंकि जो यात्री कोरोना संक्रमितों के साथ सफर कर रहे थे उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था. जो यात्री स्वेच्छा से अपनी जांच करवा रहे हैं उन्हीं की जांच रेलवे स्टेशनों पर की जा रही है. कमोबेश ऐसे ही स्थिति एयरपोर्ट पर भी है.
अगर समय रहते जिला प्रशासन के साथ-साथ रेल प्रबंधन या फिर विभिन्न यातायात संसाधन के प्रबंधक नहीं चेते तो आने वाला समय भयावह होगा. तीसरी लहर को रोकने में प्रशासन कामयाब नहीं हो सकेगा. इस ओर राज्य सरकार को विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है.