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5 पुलिसवाले सेवा से बर्खास्त, फर्जी नारकोटिक्स अफसर बन की थी ठगी

रांची जिला बल के पांचों पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. बता दें कि बीते आठ दिसंबर को पांच लोग रांची के रातू रोड स्थित लाइफ प्लस फार्मा दुकान पहुंचे थे और वहां नशीली और नकली दवा के कारोबार का आरोप लगाते हुए दुकानदार को धमका कर उससे 30 हजार रुपए ऐंठ कर वे चंपत हो गए थे.

5 पुलिसवाले सेवा से बर्खास्त
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Published : Sep 2, 2019, 9:35 AM IST

रांची: राजधानी के रातू रोड पहाड़ी मंदिर गली स्थित लाइफ प्लस फार्मा दुकान में फर्जी नारकोटिक्स अफसर बन ठगी करने वाले झारखंड पुलिस के 5 जवानों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. ठगी के आरोप में दिसंबर 2018 में पांचों जवानों को सस्पेंड किया गया था.

5 Police dismissed from service
5 पुलिसवाले सेवा से बर्खास्त

जांच के बाद किया गया बर्खास्त
रांची जिला बल के पांचों पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. बर्खास्त होने वाले पुलिसकर्मियों में आरक्षी संजीत कुमार, रवि शंकर चौबे, मुकेश कुमार, आनंद कुमार सिंह और कृष्ण मोहन सिंह शामिल हैं. मामले के जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था, जिसके प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद पांचों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था. घटना को लेकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ रांची के सुखदेव नगर थाना में मामला भी दर्ज किया गया था. जांच में ये पांचों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे.

ये बी पढ़ें-एरिया कमांडर सहित दो नक्सली चढ़े पुलिस के हत्थे, लेवी लेने पहुंचे थे दोनों

अनुशासनहीनता और कर्त्तव्यहीनता का परिचारक
इस मामले को लेकर पांचों को जेल भी जाना पड़ा था. रिपोर्ट में यह कहा गया है कि सभी पुलिसकर्मियों ने अपने पद का दुरुपयोग कर ड्यूटी के समाप्ति के बाद निजी स्वार्थ के लिए असंवैधानिक कार्य किया है जो अनुशासनहीनता और कर्त्तव्यहीनता का परिचारक है. इससे पुलिस की छवि धूमिल हुई है. यह काफी गंभीर अपराध है इसलिए इन्हें संविधान के अनुच्छेद 311(2) प्रावधानों के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए तत्काल सेवा से बर्खास्त किया जाता है.

दुकान संचालक को धमकाकर ऐंठे थे 30 हजार
बीते आठ दिसंबर को पांच लोग रांची के रातू रोड स्थित पहाड़ी मंदिर गली स्थित लाइफ प्लस फार्मा दुकान पहुंचे थे और वहां नशीली और नकली दवा के कारोबार का आरोप लगाते हुए दुकानदार को धमकाया था, साथ ही दुकान बंद करवा देने की धमकी भी दी थी. मामला रफा-दफा करने के नाम पर पहले एक लाख रुपये की मांग की गई थी. आखिर में 30 हजार रुपये ऐंठ कर वे चंपत हो गए थे.

ये भी पढ़ें-गर्भवती महिला से सोने की चैन छिनतई करने वाले गिरोह का खुलासा, गलाए गए आभूषण के साथ 3 गिरफ्तार

ठगी और रंगदारी का मामला दर्ज
इस मामले में दुकान के संचालक अविनाश कुमार ने सुखदेवनगर थाने में पांच अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध ठगी और रंगदारी का मामला दर्ज करवाया था. पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो सामने आया कि ठगी करने वाले रांची पुलिस के आरक्षी हैं.

सभी के चेहरे हुए थे कैमरे में कैद
दुकान में पहुंचने के दौरान सभी के चेहरे दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था. दो लोग पुलिस की वर्दी में और तीन सिविल ड्रेस में थे. उस समय दुकान में कर्मचारी सतीश कुमार था. शाम करीब छह से सवा छह बजे दुकान के संचालक अविनाश दुकान से बाहर थे. उसी दौरान कर्मी ने फोन से बताया था कि कुछ लोग आए हैं और उन्हें ढूंढ रहे हैं. जैसे ही अविनाश दुकान पहुंचे, पुलिस वालों ने खुद को नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड का अधिकारी बताकर रुपये ठग लिए थे.

रांची: राजधानी के रातू रोड पहाड़ी मंदिर गली स्थित लाइफ प्लस फार्मा दुकान में फर्जी नारकोटिक्स अफसर बन ठगी करने वाले झारखंड पुलिस के 5 जवानों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. ठगी के आरोप में दिसंबर 2018 में पांचों जवानों को सस्पेंड किया गया था.

5 Police dismissed from service
5 पुलिसवाले सेवा से बर्खास्त

जांच के बाद किया गया बर्खास्त
रांची जिला बल के पांचों पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. बर्खास्त होने वाले पुलिसकर्मियों में आरक्षी संजीत कुमार, रवि शंकर चौबे, मुकेश कुमार, आनंद कुमार सिंह और कृष्ण मोहन सिंह शामिल हैं. मामले के जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था, जिसके प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद पांचों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था. घटना को लेकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ रांची के सुखदेव नगर थाना में मामला भी दर्ज किया गया था. जांच में ये पांचों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे.

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अनुशासनहीनता और कर्त्तव्यहीनता का परिचारक
इस मामले को लेकर पांचों को जेल भी जाना पड़ा था. रिपोर्ट में यह कहा गया है कि सभी पुलिसकर्मियों ने अपने पद का दुरुपयोग कर ड्यूटी के समाप्ति के बाद निजी स्वार्थ के लिए असंवैधानिक कार्य किया है जो अनुशासनहीनता और कर्त्तव्यहीनता का परिचारक है. इससे पुलिस की छवि धूमिल हुई है. यह काफी गंभीर अपराध है इसलिए इन्हें संविधान के अनुच्छेद 311(2) प्रावधानों के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए तत्काल सेवा से बर्खास्त किया जाता है.

दुकान संचालक को धमकाकर ऐंठे थे 30 हजार
बीते आठ दिसंबर को पांच लोग रांची के रातू रोड स्थित पहाड़ी मंदिर गली स्थित लाइफ प्लस फार्मा दुकान पहुंचे थे और वहां नशीली और नकली दवा के कारोबार का आरोप लगाते हुए दुकानदार को धमकाया था, साथ ही दुकान बंद करवा देने की धमकी भी दी थी. मामला रफा-दफा करने के नाम पर पहले एक लाख रुपये की मांग की गई थी. आखिर में 30 हजार रुपये ऐंठ कर वे चंपत हो गए थे.

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ठगी और रंगदारी का मामला दर्ज
इस मामले में दुकान के संचालक अविनाश कुमार ने सुखदेवनगर थाने में पांच अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध ठगी और रंगदारी का मामला दर्ज करवाया था. पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो सामने आया कि ठगी करने वाले रांची पुलिस के आरक्षी हैं.

सभी के चेहरे हुए थे कैमरे में कैद
दुकान में पहुंचने के दौरान सभी के चेहरे दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था. दो लोग पुलिस की वर्दी में और तीन सिविल ड्रेस में थे. उस समय दुकान में कर्मचारी सतीश कुमार था. शाम करीब छह से सवा छह बजे दुकान के संचालक अविनाश दुकान से बाहर थे. उसी दौरान कर्मी ने फोन से बताया था कि कुछ लोग आए हैं और उन्हें ढूंढ रहे हैं. जैसे ही अविनाश दुकान पहुंचे, पुलिस वालों ने खुद को नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड का अधिकारी बताकर रुपये ठग लिए थे.

Intro:राँची के रातू रोड पहाड़ी मंदिर गली स्थित लाइफ प्लस फार्मा दुकान में फर्जी नारकोटिक्स अफसर बन ठगी करने वालों झारखंड पुलिस के 5 जवानों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। ठगी के आरोप में दिसम्बर 2018 में  पांचों जवानों को सस्पेंड किया गया था।


जांच के बाद किया गया बर्खास्त 

रांची जिला बल के पांच पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है ।बर्खास्त होने वाले में आरक्षी संजीत कुमार ,रवि शंकर चौबे, मुकेश कुमार ,आनंद कुमार सिंह और कृष्ण मोहन सिंह शामिल है। मामले के जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद सबसे पहले पांचो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था। घटना को लेकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ रांची के सुखदेव नगर थाना में मामला भी दर्ज किया गया था। जांच में यह पांचों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे । इस मामले को लेकर पांचों को जेल भी जाना पड़ा था ।रिपोर्ट में यह कहा गया है कि सभी पुलिसकर्मियों ने अपने पद का दुरुपयोग कर ड्यूटी के समाप्ति के बाद निजी स्वार्थ के लिए असंवैधानिक कार्य किया है। जो अनुशासनहीनता ,कर्त्तव्यहीनता  का परिचारक है ।क्योंकि सभी इस आरोप में जेल में भी रहे ।इससे पुलिस की छवि धूमिल हुई है। यह काफी गंभीर अपराध है इसलिए इन्हें संविधान के अनुच्छेद 311(2) प्रावधानों के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किया जाता है।

दुकान संचालक को धमकाकर ऐंठे थे 30 हजार 


बीते आठ दिसंबर को पांच लोग रातू रोड के पहाड़ी मंदिर गली स्थित लाइफ प्लस फार्मा दुकान पहुंचे थे। वहां नशीली व नकली दवा के कारोबार का आरोप लगाते हुए उन्हें धमकाया था। दुकान बंद करवा देने की धमकी दी थी। मामला रफा-दफा करने के नाम पर पहले एक लाख रुपये की मांग की। आखिर में 30 हजार रुपये ऐंठ कर वे चंपत हो गए थे। इस मामले में दुकान के संचालक अविनाश कुमार ने सुखदेवनगर थाने में पांच अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध ठगी व रंगदारी का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तबीयत सामने आया कि ठगी करने वाले राँची पुलिस के आरक्षी हैं।


सभी के चेहरे हुए थे कैमरे में कैद 

दुकान में पहुंचने के दौरान सभी के चेहरे दुकान में लगी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। दो लोग पुलिस की वर्दी में तथा तीन  सिविल ड्रेस में थे। उस समय दुकान में कर्मचारी सतीश कुमार था। शाम करीब छह से सवा छह बजे दुकान के संचालक अविनाश दुकान से बाहर थे। उसी दौरान कर्मी ने बताया था कि कुछ लोग आए हैं और उन्हें ढूंढ रहे हैं। जैसे ही अविनाश दुकान पहुंचे, पुलिस वालों ने खुद को नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड का अधिकारी बताकर रुपये ठगी लिए थे। 



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