रांचीः 2 अप्रैल से झारखंड पुलिस के 400 इंस्पेक्टर और दारोगा स्तर के अधिकारियों का प्रशिक्षण हजारीबाग और जमशेदपुर में शुरू हो जाएगा. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. ट्रेनिंग में जाने वाले सभी अफसरों को उनके उनके जिलों से विरमित भी कर दिया गया है. सभी 2 अप्रैल को हजारीबाग और जमशेदपुर में अपने अपने ट्रेनिंग सेंटर में योगदान देंगे.
ये भी पढ़ेंः Inspector on Training: रांची के 14 थानेदार सहित दर्जन भर इंस्पेक्टर जाएंगे ट्रेनिंग पर, खाली हो जाएंगे कई थाने
डीएसपी बनने के लिए करना होगा ट्रेंनिगः गौरतलब है कि झारखंड पुलिस में बड़े पैमाने पर इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी डीएसपी में प्रमोट होने हैं. ऐसे में झारखंड पुलिस में एक साथ 200 इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी जो डीएसपी में प्रमोशन के योग्य हैं, उनकी ट्रेनिंग होगी. 2 अप्रैल से होने वाली ट्रेनिंग में 14 दिनों तक हजारीबाग के झारखंड पुलिस अकादमी में पुलिस अफसरों की ट्रेनिंग होनी है, इसके बाद चार सप्ताह की फील्ड ट्रेनिंग अफसरों के संबंधित जिले में ही होगी. इसी तरह तरह दारोगा से इंस्पेक्टर रैंक में प्रमोशन पाने वाले 200 योग्य अफसरों की ट्रेनिंग टीटीएस जमशेदपुर में होगी. दारोगा से इंस्पेक्टर रैंक में प्रमोशन पा चुके वैसे अफसर जिन्होंने इंडक्शन ट्रेनिंग पूर्व में नहीं ली थी, उन्हें भी ट्रेनिंग में शामिल किया गया है. एक साथ भारी संख्या में ट्रेनिंग में जाने के कारण कई थाने खाली हो जाएंगे.
रांची से कौन कौन थानेदार जाएंगे ट्रेनिंग मेंः रांची के नामकुम थानेदार सुनील तिवारी, डेली मार्केट थाना प्रभारी आलोक सिंह, बुंडू थाना प्रभारी राय सौमित्र, चुटिया थाना प्रभारी वेंकटेश कुमार, सदर थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो, कांके थानेदार संजीव कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर रमेश कुमार और राजकुमार यादव, बरियातू थाना प्रभारी ज्ञानरंजन, तुपुदाना थाना प्रभारी मीरा सिंह, लालपुर थाना प्रभारी राजीव कुमार, खलारी थाना प्रभारी फरीद आलम, जगन्नाथपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह, ट्रैफिक इंस्पेक्टर गोंदा नीरज, डोरंडा थानेदार रमेश सिंह.
ट्रेनिंग को बनाया गया है अनिवार्यः प्रमोशन पाने वाले अफसरों के लिए छह सप्ताह का इंडक्शन कोर्स करना अनिवार्य है. राज्य पुलिस मुख्यालय के प्रशिक्षण निदेशालय के अनुसार, दारोगा से इंस्पेक्टर व इंस्पेक्टर से डीएसपी रैंक में प्रमोशन के बाद इंडक्शन ट्रेनिंग छह सप्ताह की होती है. वर्तमान में ट्रेनिंग के फार्मेट में बदलाव किया गया है. हजारीबाग में ट्रेनिंग में जाने वाले अफसरों को एक अप्रैल, जबकि जमशेदपुर में ट्रेनिंग में जाने वाले अफसरों को 2 अप्रैल को संबंधित ट्रेनिंग सेंटर में योगदान देने का निर्देश दिया गया है.