रांची: हेमंत सरकार अपने कार्यकाल का 4 वर्ष पूरा करने जा रही है. इन बीते सालों में राज्य की अर्थव्यवस्था शुरुआत में तो कमजोर रही मगर धीरे-धीरे मजबूत होता गया. आंकड़ों पर नजर दौराएं तो स्पष्ट होता है कि रघुवर दास के कार्यकाल 2014-19 की तूलना में 2019-23 के कार्य अवधि में झारखंड की अर्थव्यवस्था कमजोर रही. इसके पीछे कोरोना मुख्य वजह माना जा रहा है जिसके कारण ना केवल झारखंड बल्कि देश दुनियां की आर्थिक स्थिति को झकझोर कर रख दिया.
हालांकि, कोरोना से उबरते ही राज्य की अर्थव्यवस्था ने रफ्तार पकड़ी जिस वजह से विकास दर 2021-22 में अप्रत्याशित दिखा. जाने माने अर्थशास्त्री हरिश्वर दयाल ने ईटीवी रांची संवाददाता भुवन किशोर झा के साथ खास बातचीत के दरम्यान कहा कि राज्य में विकास दर आनेवाले वित्तीय वर्ष 2024-25 में 7.5% रह सकती है.
2024-25 में 7.5 प्रतिशत तक जा सकती है विकास दर: उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग, निर्माण और सर्विस क्षेत्र भी महत्वपूर्ण है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में 7.5% विकास दर होने की उम्मीद जताते हुए हरिश्वर दयाल ने कहा कि राज्य में पर्यटन की असीम संभावना है. इस क्षेत्र को विकसित करने से ना केवल राजस्व में वृद्धि होगी बल्कि रोजगार की संभावना भी बढेगी.
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