रांची: रेल मंडल में 350 से अधिक रेल कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हैं. रेल कर्मचारी निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए मजबूर हैं. इसे देखते हुए अब अस्पताल में कोविड-19 और उनके आश्रितों की देखभाल समुचित तरीके से किए जाने को लेकर तैयारियां मुकम्मल कर ली गईं हैं. रांची रेल मंडल के मुख्यालय के ठीक बगल में 36 ऑक्सीजन युक्त कोविड बैड तैयार किए गए हैं.
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बताते चलें कि जिन मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन, फेबीफ्लू और अन्य दवाइयों की आवश्यकता है, जरूरत के आधार पर और मरीज की गंभीरता को देखते हुए उन्हें दवाई भी दी जा रही है. फिलहाल 10 चिकित्सक स्थाई तौर पर कार्यरत हैं. वहीं अनुभव के आधार पर 15 चिकित्सकों की बहाली की प्रक्रिया जारी है. इनमें 6 चिकित्सकों ने ड्यूटी ज्वॉइन भी कर ली है. इन्हें स्पेशल कोविड-19 ड्यूटी में लगाया गया है. वहीं अनुबंध के आधार पर 15 स्टाफ नर्स की बहाली की गई है. 6 मेडिकल स्टाफ ने ड्यूटी ज्वॉइन की है. 16 हॉस्पिटल अटेंडेंट भी अनुबंध के आधार पर नियुक्त किए जा रहे हैं.
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रेलकर्मियों को उपलब्ध कराया गया मास्क, सेनेटाइजर
सभी रेलकर्मियों को मास्क उपलब्ध कराए गए हैं. पूरा कार्यालय, रेलवे स्टेशन परिसर, अस्पताल गार्ड से संबंधित कार्यालयों को पूरी तरह सेनेटाइज किया जा रहा है. रेल परिवार की देखरेख के लिए मुहिम नाम का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है. इसमें रेलकर्मी और रेलवे परिवार के लोगों को जोड़ा गया है और जो कर्मचारी होम आइसोलेशन में हैं, उन्हें किसी भी तरीके से परेशानी होने पर व्हाट्सएप ग्रुप पर वो मैसेज भेजेंगे और इस ग्रुप को निगरानी रखने वाले वरीय अधिकारी इस पर त्वरित कार्रवाई करेंगे.