रांची: राजधानी में नशे के सौदागर सक्रिय हो गए हैं. अब रांची में ब्राउन शुगर जैसे नशे का सामान आसानी से उपलब्ध होने लगा है. ताजा मामला रांची के अरगोड़ा इलाके का है. यहां से पुलिस ने 100 पुड़िया ब्राउन शुगर बरामद की है. इसी के साथ पुलिस ने नशे के तीन तस्करों को भी दबोचा है. यूपी से ब्राउन शुगर लाकर झारखंड में कारोबार कर रहे आरोपी खरीदने वालों को लाइटर फ्री देते थे.
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100 पुड़िया से अधिक ब्राउन शुगर बरामद
रांची में उत्तर प्रदेश से ब्राउन शुगर की सप्लाई हो रही थी. गुप्त सूचना के आधार पर अरगोड़ा पुलिस ने सप्लायर सहित तीन को दबोच लिया. पकड़े गए आरोपियों में अरगोड़ा बस्ती के विनय कुमार, विकास कुमार सिंह और सप्लायर फैजान शोएब शामिल हैं. फैजान शोएब यूपी के इलाहाबाद के करैली थाना क्षेत्र के जीटीबी नगर का रहने वाला है. इन आरोपितों के पास से पुलिस ने 100 पुड़िया से ज्यादा ब्राउन शुगर बरामद की है.
अरगोड़ा मैदान में चल रहा था कारोबार
जानकारी के अनुसार, पुलिस को अरगोड़ा मैदान में ब्राउन शुगर की खरीद-बिक्री होने की सूचना मिली थी. गुप्त सूचना के आधार पर गठित पुलिस की टीम ने रविवार को अरगोड़ा मैदान में छापेमारी की. पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगे. पुलिस की टीम ने तीनों आरोपियों को दबोच लिया. तलाशी के दौरान तीनों के पास से ब्राउन शुगर बरामद किया गया. पूछताछ में तीनों ने पुलिस के समक्ष यह बयान दिया है कि वे ब्राउन शुगर खरीद कर उसकी बिक्री करते हैं. पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
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नियमित खरीदारों की सिफारिश पर ही नए लोगों को देते थे नशा
गिरफ्तार आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह यूपी से ब्राउन शुगर खरीदते हैं. इसके बाद उसे रांची के वैसे चौक-चौराहों पर बेचते हैं, जहां भीड़-भाड़ होती है. आरोपियों ने बताया कि ब्राउन शुगर खरीदने वाले उनके कस्टमर फिक्स हैं. बाकी वे उन्हीं को माल देते हैं, जो उन ग्राहकों के संपर्क से आते है. करीब एक साल से वे लगातार इसकी बिक्री कर रहे हैं. आरोपितों ने यह भी बताया कि कॉलेज जब खुला रहता है तो वे कॉलेज के बाहर भी इसकी बिक्री करते हैं. एक पुड़िया ब्राउन शुगर 400 से 500 तक में बेचे जाते हैं.
नामी संस्थानों के छात्र थे निशाने पर
पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि ब्राउन शुगर की बिक्री के लिए गांजा भी रखा जाता था. इसकी भी सप्लाई की जाती है. सप्लाई करने वाला सप्लायर फैजान अपने एजेंट के माध्यम से फोन कॉल पर ऑर्डर और पैसा तय करने के बाद डिलीवरी कराता था. व्यवस्थित ढंग से ब्राउन शुगर और गांजा की तस्करी कर रहा था. वह नशे के इन सामानों की पैकिंग से लेकर उसके इस्तेमाल करने के सारे उपकरण भी रखता था. ऑर्डर के आधार पर लाइटर और चिलम की भी बिक्री करता था. ब्राउन शुगर खरीदने वालों को वह मुफ्त में लाइटर भी देता था. इस गिरोह के निशाने पर 18 साल से लेकर 30 साल तक के युवा हैं, जो अच्छे संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं.