ETV Bharat / state

कोरोना इफेक्ट से बाहर निकल रहे राज्य के ब्लड बैंक, अगस्त में 27 हजार यूनिट हुआ रक्तदान - blood donation in corona second wave

झारखंड के ब्लड बैंक अब कोरोना इफेक्ट से बाहर निकल रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बहुत कम रक्तदान हुआ था. मई के बाद ब्लड कलेक्शन तेजी से बढ़ रहा है. अगस्त में 27 हजार यूनिट ब्लड कलेक्शन हुआ है.

झारखंड में रक्तदान
blood donation in jharkhand
author img

By

Published : Sep 2, 2021, 1:48 PM IST

रांची: कोरोना की दूसरी लहर के साइड इफेक्ट से राज्य के ब्लड बैंक बाहर निकल रहे हैं. रक्तदाताओं के उत्साह और ब्लड डोनेशन कैंप की बढ़ती संख्या के साथ-साथ सरकारी और निजी ब्लड बैंक ने आपसी सहयोग से अगस्त में 26,914 यूनिट ब्लड संग्रहित किया है.

यह भी पढ़ें: झारखंड में अब खून के लिए नहीं पड़ेगा भटकना, राज्य में खुलेंगे 125 नए ब्लड बैंक

मई के बाद लगातार बढ़ रहा ब्लड कलेक्शन

अप्रैल में आई कोरोना की दूसरी लहर के चलते ब्लड कलेक्शन कम होने लगा था. मई में महज 11,275 यूनिट ब्लड कलेक्शन हुआ. मई के बाद ब्लड कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है. जून में 18,177 और जुलाई में 23,517 यूनिट ब्लड कलेक्शन हुआ. मई की तुलना में अगस्त में 138% की वृद्धि हुई.

राज्य में हर वर्ष 3.5 लाख यूनिट ब्लड की जरूरत

झारखंड एड्स कंट्रोल सोसाइटी के परियोजना निदेशक डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह ने बताया कि झारखंड में हर साल लगभग 3.5 लाख यूनिट रक्त की जरूरत थैलेसीमिया और अन्य जरूरतमंदों को पड़ती है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए योजना बनाकर आम लोगों के बीच रक्तदान के प्रति जागरूकता अभियान समिति द्वारा चलाया जा रहा है. उन्होंने राज्य के सभी रक्त केंद्रों, सरकारी संस्थानों, स्वयंसेवी संस्थानों और अन्य लोगों को इस अभियान के जुड़ने के लिए अभार प्रकट करते हुये कहा कि मानव सेवा भाव से जिस प्रकार से ये संस्थान जरूरतमंद लोगों को रक्त प्रदान करने में सहयोग कर रहे हैं वह सराहनीय है.

झारखंड पुलिस की विशेष सराहना

झारखंड स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी के परियोजना निदेशक ने रक्तदान के लिए झारखंड पुलिस जवानों और पदाधिकारियों, अर्ध सैनिक बलों की विशेष सराहना करते हुये कहा कि इस अभियान से जुड़कर झारखंड पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने राज्य स्तर पर हर माह के पहले शनिवार को स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन कर रही है. यह प्रेरणादायक और सराहनीय है. इस तरह के स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का सफल आयोजन सभी सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों और अन्य संस्थानों के द्वारा आयोजित करनी चाहिए ताकि झारखंड में जरूरतमंदों को असानी से रक्त केंद्रों के माध्यम से रक्त प्रदान किया जा सके.

इन 10 ब्लड बैंकों का रहा बेहतर प्रदर्शन-

  • झारखंड ब्लड बैंक-4,390 यूनिट
  • रिम्स ब्लड बैंक-2,153 यूनिट
  • SNMCH ब्लड बैंक, धनबाद-1,599 यूनिट
  • पलामू ब्लड बैंक-1,338 यूनिट
  • देवघर सदर अस्पताल ब्लड बैंक-1,056 यूनिट
  • सदर अस्पताल ब्लड बैंक-1,055 यूनिट
  • सदर अस्पताल ब्लड बैंक, चाईबासा-723 यूनिट
  • हजारीबाग सदर अस्पताल ब्लड बैंक-936 यूनिट
  • MGM ब्लड बैंक-514 यूनिट
  • रामगढ़ सदर अस्पताल ब्लड बैंक-451 यूनिट

रांची: कोरोना की दूसरी लहर के साइड इफेक्ट से राज्य के ब्लड बैंक बाहर निकल रहे हैं. रक्तदाताओं के उत्साह और ब्लड डोनेशन कैंप की बढ़ती संख्या के साथ-साथ सरकारी और निजी ब्लड बैंक ने आपसी सहयोग से अगस्त में 26,914 यूनिट ब्लड संग्रहित किया है.

यह भी पढ़ें: झारखंड में अब खून के लिए नहीं पड़ेगा भटकना, राज्य में खुलेंगे 125 नए ब्लड बैंक

मई के बाद लगातार बढ़ रहा ब्लड कलेक्शन

अप्रैल में आई कोरोना की दूसरी लहर के चलते ब्लड कलेक्शन कम होने लगा था. मई में महज 11,275 यूनिट ब्लड कलेक्शन हुआ. मई के बाद ब्लड कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है. जून में 18,177 और जुलाई में 23,517 यूनिट ब्लड कलेक्शन हुआ. मई की तुलना में अगस्त में 138% की वृद्धि हुई.

राज्य में हर वर्ष 3.5 लाख यूनिट ब्लड की जरूरत

झारखंड एड्स कंट्रोल सोसाइटी के परियोजना निदेशक डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह ने बताया कि झारखंड में हर साल लगभग 3.5 लाख यूनिट रक्त की जरूरत थैलेसीमिया और अन्य जरूरतमंदों को पड़ती है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए योजना बनाकर आम लोगों के बीच रक्तदान के प्रति जागरूकता अभियान समिति द्वारा चलाया जा रहा है. उन्होंने राज्य के सभी रक्त केंद्रों, सरकारी संस्थानों, स्वयंसेवी संस्थानों और अन्य लोगों को इस अभियान के जुड़ने के लिए अभार प्रकट करते हुये कहा कि मानव सेवा भाव से जिस प्रकार से ये संस्थान जरूरतमंद लोगों को रक्त प्रदान करने में सहयोग कर रहे हैं वह सराहनीय है.

झारखंड पुलिस की विशेष सराहना

झारखंड स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी के परियोजना निदेशक ने रक्तदान के लिए झारखंड पुलिस जवानों और पदाधिकारियों, अर्ध सैनिक बलों की विशेष सराहना करते हुये कहा कि इस अभियान से जुड़कर झारखंड पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने राज्य स्तर पर हर माह के पहले शनिवार को स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन कर रही है. यह प्रेरणादायक और सराहनीय है. इस तरह के स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का सफल आयोजन सभी सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों और अन्य संस्थानों के द्वारा आयोजित करनी चाहिए ताकि झारखंड में जरूरतमंदों को असानी से रक्त केंद्रों के माध्यम से रक्त प्रदान किया जा सके.

इन 10 ब्लड बैंकों का रहा बेहतर प्रदर्शन-

  • झारखंड ब्लड बैंक-4,390 यूनिट
  • रिम्स ब्लड बैंक-2,153 यूनिट
  • SNMCH ब्लड बैंक, धनबाद-1,599 यूनिट
  • पलामू ब्लड बैंक-1,338 यूनिट
  • देवघर सदर अस्पताल ब्लड बैंक-1,056 यूनिट
  • सदर अस्पताल ब्लड बैंक-1,055 यूनिट
  • सदर अस्पताल ब्लड बैंक, चाईबासा-723 यूनिट
  • हजारीबाग सदर अस्पताल ब्लड बैंक-936 यूनिट
  • MGM ब्लड बैंक-514 यूनिट
  • रामगढ़ सदर अस्पताल ब्लड बैंक-451 यूनिट
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.