रांची: कहते हैं मन में जुनून और जज्बा हो तो आप कुछ भी कर सकते हैं. जिसकी मिसाल रांची के 10 साल के अमन ने दी है. रांची के धुर्वा का रहने वाला अमन पिछले कुछ महीनों से चर्चा में बना हुआ है क्योंकि उसने महज 10 साल की उम्र में अपने घरवालों और पिता की जिम्मेदारी उठा ली है. अमन की उम्र भले ही 10 साल हो लेकिन उसकी सोच एक युवा से कम नहीं है. इतनी कम उम्र में उसने अपने पिता की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेने का काम किया है.
दरअसल, अमन डांस का शौकीन है और वह डांस में आगे बढ़ना चाहता है. अपने डांस के हुनर के बल पर उसने डांस इंडिया डांस प्रतियोगिता में एक लाख रुपए जीता और उस पैसे से तुरंत ही अपने पिता को दुकान गिफ्ट किया, जिसमें उसके पिता पार्लर चला रहे हैं.
अमन बताता है कि डांस करना उसका शौक है और वह डांस की दुनिया में अपना नाम रोशन करना चाहता है ताकि अपने पिता और परिवार को बेहतर जीवन दे सके. अमन ने बताया कि वह एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है और उसके घर में माता-पिता, बहन, दादा-दादी के साथ-साथ कई अन्य लोग भी हैं. सभी गरीबी का दंश झेलने को मजबूर हैं, लेकिन जब से उसने डांस के दुनिया में अपना कदम रखा है उसके घर से गरीबी दूर होती जा रही है. अमन ने बताया कि कुछ दिन पहले उसने अपने जन्मदिन के मौके पर अपने पिता को एक दुकान गिफ्ट किया है. इससे पहले उसके पिता पुराने दुकान में सैलून चलाते थे. इसी को देखते हुए अमन ने अपने जीते हुए पैसे से पिता को एक नया दुकान गिफ्ट किया जो अब सैलून से पार्लर में तब्दील हो गया है.
अमन के दादा जी बताते हैं कि अमन जब डांस सीखता था तो हम लोगों को यही लगता था कि शायद अमन ने गलत रास्ता चुन लिया है, क्योंकि इसमें आगे बढ़ने के लिए बहुत पैसे की जरूरत होगी लेकिन अमन ने अपने लगन और मेहनत से यह साबित कर दिया की कला को पैसे की नहीं बल्कि जज्बे की जरूरत होती है.
वहीं, अमन की बहन ने भी बताया कि अमन जब डांस की तरफ आकर्षित हो रहा था तो हमें लगता था कि अमन ने गलत रास्ता चुना है क्योंकि हम गरीबों के लिए बड़े-बड़े जगहों पर जाकर ऑडिशन देना संभव नहीं था. लेकिन अमन ने इन सब चीजों को नजरअंदाज कर अपने टैलेंट पर काम किया. जिसका रिजल्ट आज देखने को भी मिल रहा है.
अमन के पिता मिथिलेश ठाकुर अपने बेटे पर भरोसा जताते हुए बताते हैं कि उन्हें उम्मीद है कि उनका बेटा निश्चित ही समाज के लिए बेहतर कार्य करेगा और आने वाले समय में अपने परिवार और समाज को आगे ले जाने में अहम योगदान निभाएगा.
अमन जैसे हुनरमंद बच्चों के लिए रांची सहित पूरे झारखंड में बेहतर व्यवस्था नहीं है. अमन के डांस गुरु आलोक सर बताते हैं कि उनके पास बच्चों को स्टंट कराने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है यदि रांची जिला प्रशासन या झारखंड सरकार के तरफ से डांस इंस्टीट्यूट को सुविधाएं मुहैया कराई जाए तो झारखंड के सुदूर एवं ग्रामीण इलाकों से भी कई ऐसे टैलेंट हैं जो देश और दुनिया में राज्य का नाम रोशन कर सकते हैं.