रामगढ़: जिले के गोला प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में रायपुरा प्रशासन की ओर से क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. इस क्वॉरेंटाइन सेंटर में करीब 35 प्रवासी मजदूरों को रखा गया है, लेकिन उनके लिए सेंटर पर किसी तरह की सुविधा नहीं दी गई है. मजदूरों का कहना है कि उन्हें खाने के लिए बाहर जाना पड़ता है या फिर खाना मंगवाना पड़ता है.
मजदूरों को छोड़ दिया गया है भगवान भरोसे
रायपुरा में लगभग 35 प्रवासी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. यहां रहने वाले मजदूरों का आरोप है की उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रख तो दिया गया है, लेकिन प्रशासन की ओर से किसी तरह की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूरों को भगवान भरोसे ही छोड़ दिया गया है, उनकी सुध लेने वाला तक कोई नहीं है. इस क्वॉरेंटाइन सेंटर में महाराष्ट्र, दिल्ली, ओडिशा, बिहार, मुंबई छत्तीसगढ़, केरल, चेन्नई और कोलकाता से आए प्रवासी मजदूरों को रखा गया है, लेकिन इनके लिए भोजन भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है.
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घरों से मंगवाकर खाते हैं भोजन
मजदूरों का कहना है कि वो घरों से भोजन मंगवाकर खाते हैं. क्वॉरेंटाइन सेंटर में शौचालय की व्यवस्था भी नहीं है. शौचालय के लिए सभी को खेतों में जाना पड़ता है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में बने शौचालय में हर वक्त ताला लगा रहता है. मजदूरों का आरोप है कि यहां बिजली भी नहीं है. बस एक चापाकल है, जिससे सभी को पानी मिल जाता है.
डीसी से सुविधा उपलब्ध कराने की अपील
इस पूरे मामले में बीडीओ कुलदीप कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि सारी व्यवस्थाएं ठीक है जो आरोप लग रहे हैं, वह गलत है. हालांकि कैमरे के सामने उन्होंने कुछ भी नहीं कहा. सीओ महेंद्र छोटन उरांव ने कहा कि उन्हें सुविधाएं दी जा रही है, लेकिन वो गलत आरोप लगा रहे हैं. क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाले मजदूरों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि उन्हें मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए.