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महामारी खत्म करने के लिए महिलाएं कर रही 'कोरोना माई' की पूजा, नदी किनारे की जा रही पूजा

देश और दुनिया में कोरोना का कहर जारी है. पूरे दुनिया का वैज्ञानिक महामारी को खत्म करने के लिए दिन रात वैक्सीन बनाने की तैयारी में जुटे हैं, तो वहीं रामगढ़ की महिलाएं कोरोना महामारी को भगाने के लिए विधिवत कोरोना माई की पूजा करने में जुटी हुई हैं.

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अंधविश्वास से भागेगा कोरोना
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Published : Sep 13, 2020, 5:13 PM IST

रामगढ़: देश के सभी जगहों पर कोरोना लगातार पैर पसार पसार रहा है. देश और दुनिया के बड़े बड़े वैज्ञानिक कोरोना महामारी को खत्म करने लिए वैक्सीन की तलाश में जुटे हैं. वहीं देश के कुछ जगहों पर लोग अंधविश्वास का भी सहारा ले रहे हैं. रामगढ़ जिले के अलावा उसके आसपास के जिलों में एक अफवाह फैली है कि ननद अपनी भाभी को नई साड़ी के साथ-साथ पूजन और ऋृंगार का सामान देगी. जिसके बाद भाभी नदी जाकर ननद की दी गई नई साड़ी से विधिवत पूजा करेगी और कोरोना भगाने के लिए प्रार्थना करेगी, तो कोरोना भाग जाएगा.

देखें पूरी खबर

कोरोना भगाने के लिए रामगढ़ जिले में बड़ी संख्या में महिलाएं दामोदर नदी के किनारे पहुंची और पूजा अर्चना की. यह अंधविश्वास सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के घरों तक पहुंच रहा है. लोग कोरोना को भगाने के लिए लगातार कोरोना माई की पूजा करने में जुट गए हैं. पूजा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गई.


रामगढ़ के कुछ इलाकों में महिलाएं कोरोना को भगाने के लिए एक अलग तरह की पूजा-अर्चना शुरू कर दिया है. कोरोना माई की पूजा को लेकर 'भौजी साड़ी' जैसे नुस्खे अपना रही है. दामोदर नदी में पूजा कर रही इन महिलाओं की जब बात की गई तो उनका कहना है कि यह एक खास तरह का पूजा है, जिसमें ननद भाभी को साड़ी से लेकर सारा ऋृंगार का सामान और पूजा करने की सामग्री देती है और भाभी नदी के किनारे जाकर विधिवत पूजा-अर्चना करती हैं. दामोदर नदी के किनारे पूजा करने आई वीणा देवी ने कहा कि एक अफवाह उड़ी है कि पहले ननंद भाभी के यहां साड़ी मांगने गई तो भाभी ने मना कर दिया और वापस कर दिया, जिसके बाद वह रोते-रोते अपने घर जा रही थी, इसी दौरान जब वे जंगल के पास से गुजर रही थी तब एक गुड़िया के रूप में माता आई और उसे साड़ी ऋृंगार और पूजन सामग्री देकर यह कहा कि अगर भाभी तुम को सामान नहीं दे रही है तो तुम भाभी को सामान दे दो और बोलना की पूजा अर्चना करें, ताकि यह महामारी खत्म हो सके. वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि सुबह से ही सैकड़ों महिलाओं की भीड़ दामोदर नदी के किनारे लगी हैं और अफवाह के बाद महिलाएं यहां आकर पूजा अर्चना कर रही हैं.

इसे भी पढे़ं:- हिंडाल्को कंपनी के कचरे से हो रहे प्रदूषण मामले पर झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई, अदालत ने सरकार से मांगा जवाब


इन सामग्री से हुई पूजा
महिलाओं ने कोरोना माई को ननंद के यहां से साड़ी के साथ-साथ ऋृंगार का पूरा सामान और पूजा के लिए नारियल, अगरबत्ती, इलायचीदाना, कपूर ,अक्षत, मीठाई, रोली ,सिंदूर, पानपत्ता और दूध और दामोदर नदी के जल से अर्घ देकर यह कामना की की कृपा बने और कोरोना महामारी जल्द से जल्द खत्म हो.

रामगढ़: देश के सभी जगहों पर कोरोना लगातार पैर पसार पसार रहा है. देश और दुनिया के बड़े बड़े वैज्ञानिक कोरोना महामारी को खत्म करने लिए वैक्सीन की तलाश में जुटे हैं. वहीं देश के कुछ जगहों पर लोग अंधविश्वास का भी सहारा ले रहे हैं. रामगढ़ जिले के अलावा उसके आसपास के जिलों में एक अफवाह फैली है कि ननद अपनी भाभी को नई साड़ी के साथ-साथ पूजन और ऋृंगार का सामान देगी. जिसके बाद भाभी नदी जाकर ननद की दी गई नई साड़ी से विधिवत पूजा करेगी और कोरोना भगाने के लिए प्रार्थना करेगी, तो कोरोना भाग जाएगा.

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कोरोना भगाने के लिए रामगढ़ जिले में बड़ी संख्या में महिलाएं दामोदर नदी के किनारे पहुंची और पूजा अर्चना की. यह अंधविश्वास सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के घरों तक पहुंच रहा है. लोग कोरोना को भगाने के लिए लगातार कोरोना माई की पूजा करने में जुट गए हैं. पूजा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गई.


रामगढ़ के कुछ इलाकों में महिलाएं कोरोना को भगाने के लिए एक अलग तरह की पूजा-अर्चना शुरू कर दिया है. कोरोना माई की पूजा को लेकर 'भौजी साड़ी' जैसे नुस्खे अपना रही है. दामोदर नदी में पूजा कर रही इन महिलाओं की जब बात की गई तो उनका कहना है कि यह एक खास तरह का पूजा है, जिसमें ननद भाभी को साड़ी से लेकर सारा ऋृंगार का सामान और पूजा करने की सामग्री देती है और भाभी नदी के किनारे जाकर विधिवत पूजा-अर्चना करती हैं. दामोदर नदी के किनारे पूजा करने आई वीणा देवी ने कहा कि एक अफवाह उड़ी है कि पहले ननंद भाभी के यहां साड़ी मांगने गई तो भाभी ने मना कर दिया और वापस कर दिया, जिसके बाद वह रोते-रोते अपने घर जा रही थी, इसी दौरान जब वे जंगल के पास से गुजर रही थी तब एक गुड़िया के रूप में माता आई और उसे साड़ी ऋृंगार और पूजन सामग्री देकर यह कहा कि अगर भाभी तुम को सामान नहीं दे रही है तो तुम भाभी को सामान दे दो और बोलना की पूजा अर्चना करें, ताकि यह महामारी खत्म हो सके. वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि सुबह से ही सैकड़ों महिलाओं की भीड़ दामोदर नदी के किनारे लगी हैं और अफवाह के बाद महिलाएं यहां आकर पूजा अर्चना कर रही हैं.

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इन सामग्री से हुई पूजा
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