रामगढ़: बोकारो के गोमिया प्रखंड में कोराना संक्रमित बुजुर्ग महिला का इलाज करने वाले दो चिकित्सकों को पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर भुरकुंडा पुलिस ने पकड़ा है. दोनों चिकित्सकों को रामगढ़ कोर्ट के पास स्थित ओल्ड एज होम के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. सुरक्षा के लिए वहां पुलिस बल को तैनात किया गया है. वहीं, जिस गांव में निजी क्लिनिक चलते थे उस क्लीनिक को भी सील कर अस्पताल में काम करने वाले अभी 4 कर्मियों को होम क्वॉरेंटाइन के तहत बाहर नहीं निकलने का निर्देश दिया है.
बता दें कि दोनों चिकित्सक पतरातू प्रखंड के कोतो गांव में निजी नर्सिंग होम चलाते हैं. दोनों ऑन कॉल पर बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में उपस्थित निजी नर्सिंग होम में इलाज करने जाते हैं. वह पहले गोमिया के होसिर गांव में लोगों का इलाज कर चुके हैं. जिसके बाद चिकित्सक वहां से पतरातू आ गए और इसकी सूचना प्रशासन को नहीं दी.
प्रशासन को पतरातू में दोनों चिकित्सक के होने की सूचना पर भुरकुंडा ओपी प्रभारी रघुनाथ सिंह ने पुलिस बल के साथ कार से जा रहे दोनों को भुरकुंडा बाजार के पास से पकड़ा. पुलिस ने पूरी सावधानी बरतते हुए दोनों से शारीरिक दूरी बनाते हुए किसी तरह ओल्ड एज होम के क्वॉरेंटाइन सेंटर में ले गए. जहां दोनों चिकित्सकों को क्वॉरेंटाइन में रखा गया.
कोराना संक्रमण को लेकर दोनों चिकित्सकों का ब्लड सैंपल जांच के लिए रांची भेजा गया है. वहीं, दूसरी और प्रशासन के अधिकारियों ने पतरातू के कोतो गांव के निजी क्लीनिक पहुंचकर उस निजी क्लीनिक को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है. इसके साथ ही क्लीनिक के अंदर किसी के भी प्रवेश को वर्जित कर दिया है. इस क्लीनिक में काम करने वाले चार लोगों को होम क्वॉरेंटाइन कर दिया गया.
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पतरातू के चिकित्सा प्रभारी ने इन सभी चार कर्मियों की प्राथमिक जांच की गई है. इस संबंध में फोन पर पतरातू सीओ निर्भय कुमार ने बताया कि अस्पताल में कई बाहर के मरीज भी आते-जाते रहते हैं. इसी वजह से अस्पताल कर्मियों को होम क्वॉरेंटाइन के तहत रखा गया है.