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पतरातू लेक रिजॉर्ट से निराश होकर लौट रहे पर्यटक, कोरोना संक्रमण के मद्देनजर बंद किया गया है रिजॉर्ट

रामगढ़ में प्रमुख पर्यटन केंद्र स्थल पतरातू लेक रिजॉर्ट कोरोना के कारण पर्यटकों के लिए पूरी तरह से बंद है. हालांकि, बंद होने के बावजूद भी पर्यटक घाटी पहुंच रहे हैं और इसकी खूबसूरती का आनंद भी उठा रहे हैं. लेक रिजॉर्ट के बंद रहने से पर्यटक काफी निराश भी हो रहे हैं. दरअसल, कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लेक रिजॉर्ट बंद है.

Patratu Lake Resort closed due to Corona infection
पतरातु लेक रिजॉर्ट
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Published : Dec 28, 2020, 2:22 PM IST

Updated : Dec 28, 2020, 4:55 PM IST

रामगढ़ः दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी महीने में रामगढ़ जिले के प्रमुख पर्यटन केंद्र पतरातू लेक रिजॉर्ट में पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है, लेकिन मार्च से ही कोरोना के कारण इस रिजॉर्ट को बंद किया गया है जो अब तक बंद है. इसके बावजूद पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं और खूबसूरत वादियों के साथ लुत्फ भी उठा रहे हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन के बाद अब जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है और लोग घरों से भी घूमने के लिए निकलने लगे हैं.

देखें पूरी खबर

जिले के पतरातू डैम घाटी के आसपास पर्यटकों और पिकनिक मनाने वालों की भीड़ देखी जा रही है. हालांकि, इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग को भूलते नजर आ रहे हैं. साल के अंत में लोग अपने परिजनों और दोस्तों के साथ इस खूबसूरती का आनंद उठा रहे हैं लेकिन लेक रिजॉर्ट पहुंच कर पर्यटकों को निराशा हाथ लग रही है. लॉकडाउन खत्म होने के बाद हजारों की संख्या में पर्यटक पतरातू डैम पहुंच रहे हैं और निराश होकर वापस लौट जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें-नियम विरुद्ध पोस्टिंग से IFS एसोसिएशन में सरकार के खिलाफ उबाल, कोर्ट जाने की तैयारी, पढ़ें रिपोर्ट

पिछले साल (19-20) पतरातु लेक रिजॉर्ट से जीटीडीसी ने नवंबर से फरवरी माह तक लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की कमाई की थी लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं है. रिजॉर्ट बंद रहने के कारण पर्यटक यहां से एक किलोमीटर दूर मंदिर, खूबसूरत घाटी क्षेत्र के अलावा 7 किलोमीटर दूर पलानी स्थिति फुलवा कोचा झरना का आनंद उठा रहे हैं.

पतरातू लेक रिजॉर्ट का लुत्फ उठाने और यहां की खूबसूरत छटा को निहारने के लिए पहुंचने वाले पर्यटक काफी निराश नजर आ रहे हैं. यहां पहुंचने वाले पर्यटक का कहना है कि सरकार ने इस पर्यटन स्थल को बेहतर ढंग से सुसज्जित किया है लेकिन लेक रिजॉर्ट बंद होने के कारण यहां वे आनंद नहीं ले पा रहे हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए शर्तों को लागू कर इस पर्यटन स्थल को भी खोल देना चाहिए ताकि लोग इस खूबसूरती का आनंद उठा सकें.

वहीं, स्थानीय सज्जाद नूरी का कहना है कि यहां से जुड़े लोगों की आर्थिक स्थिति काफी खराब है. साथ ही साथ जो लोग यहां से जुड़े हुए हैं उनके परिवार का ख्याल रखते हुए नियम के तहत लेक रिजॉर्ट को पर्यटकों के लिए खोल देना चाहिए ताकि सभी इसका आनंद ले सके. वहीं, बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि पर्यटक वहां से निराश जरूर लौट रहे हैं लेकिन खूबसूरत घाटी, पलानी झरना और अगल-बगल से डैम का लुत्फ उठा पा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के गाइडलाइन के कारण पर्यटक स्थलों को बंद रखा गया है. जल्द ही राज्य सरकार पर्यटक स्थल को सशर्त खोलने की पहल जरूर करेगी. पर्यटन विभाग से बात कर जैसे कैफेटेरिया सशर्त खोला गया है, उसी तरह इस लेक रिजॉर्ट को भी खोलने की पहल की गई है.

रामगढ़ः दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी महीने में रामगढ़ जिले के प्रमुख पर्यटन केंद्र पतरातू लेक रिजॉर्ट में पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है, लेकिन मार्च से ही कोरोना के कारण इस रिजॉर्ट को बंद किया गया है जो अब तक बंद है. इसके बावजूद पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं और खूबसूरत वादियों के साथ लुत्फ भी उठा रहे हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन के बाद अब जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है और लोग घरों से भी घूमने के लिए निकलने लगे हैं.

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जिले के पतरातू डैम घाटी के आसपास पर्यटकों और पिकनिक मनाने वालों की भीड़ देखी जा रही है. हालांकि, इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग को भूलते नजर आ रहे हैं. साल के अंत में लोग अपने परिजनों और दोस्तों के साथ इस खूबसूरती का आनंद उठा रहे हैं लेकिन लेक रिजॉर्ट पहुंच कर पर्यटकों को निराशा हाथ लग रही है. लॉकडाउन खत्म होने के बाद हजारों की संख्या में पर्यटक पतरातू डैम पहुंच रहे हैं और निराश होकर वापस लौट जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें-नियम विरुद्ध पोस्टिंग से IFS एसोसिएशन में सरकार के खिलाफ उबाल, कोर्ट जाने की तैयारी, पढ़ें रिपोर्ट

पिछले साल (19-20) पतरातु लेक रिजॉर्ट से जीटीडीसी ने नवंबर से फरवरी माह तक लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की कमाई की थी लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं है. रिजॉर्ट बंद रहने के कारण पर्यटक यहां से एक किलोमीटर दूर मंदिर, खूबसूरत घाटी क्षेत्र के अलावा 7 किलोमीटर दूर पलानी स्थिति फुलवा कोचा झरना का आनंद उठा रहे हैं.

पतरातू लेक रिजॉर्ट का लुत्फ उठाने और यहां की खूबसूरत छटा को निहारने के लिए पहुंचने वाले पर्यटक काफी निराश नजर आ रहे हैं. यहां पहुंचने वाले पर्यटक का कहना है कि सरकार ने इस पर्यटन स्थल को बेहतर ढंग से सुसज्जित किया है लेकिन लेक रिजॉर्ट बंद होने के कारण यहां वे आनंद नहीं ले पा रहे हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए शर्तों को लागू कर इस पर्यटन स्थल को भी खोल देना चाहिए ताकि लोग इस खूबसूरती का आनंद उठा सकें.

वहीं, स्थानीय सज्जाद नूरी का कहना है कि यहां से जुड़े लोगों की आर्थिक स्थिति काफी खराब है. साथ ही साथ जो लोग यहां से जुड़े हुए हैं उनके परिवार का ख्याल रखते हुए नियम के तहत लेक रिजॉर्ट को पर्यटकों के लिए खोल देना चाहिए ताकि सभी इसका आनंद ले सके. वहीं, बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि पर्यटक वहां से निराश जरूर लौट रहे हैं लेकिन खूबसूरत घाटी, पलानी झरना और अगल-बगल से डैम का लुत्फ उठा पा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के गाइडलाइन के कारण पर्यटक स्थलों को बंद रखा गया है. जल्द ही राज्य सरकार पर्यटक स्थल को सशर्त खोलने की पहल जरूर करेगी. पर्यटन विभाग से बात कर जैसे कैफेटेरिया सशर्त खोला गया है, उसी तरह इस लेक रिजॉर्ट को भी खोलने की पहल की गई है.

Last Updated : Dec 28, 2020, 4:55 PM IST
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