रामगढ़: भजन गायिका शहनाज अख्तर एक निजी भक्ति संध्या करने रामगढ़ पहुंची. भजन संध्या से पहले वह देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल रजरप्पा मंदिर पहुंची. वहां उन्होंने मां छिन्नमस्तिके देवी की पूजा-अर्चना की और माता की संध्या आरती में शामिल हुईं.
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रजरप्पा मंदिर के पुजारी ने शहनाज अख्तर और उनके साथ मंदिर पहुंची टीम के सदस्यों को पूजा कराया. इस दौरान शहनाज अख्तर ने मंदिर के पुजारियों से मंदिर के इतिहास और विशेषता के बारे में जाना. गायिका ने कहा कि रजरप्पा मंदिर के बारे में काफी कुछ पढ़ा और सुना था. उन्होंने बताया कि उनका रामगढ़ दूसरी बार आना हो रहा है. इससे पहले जब वह आई थीं तो माता के दरबार नहीं आ पाई थीं. उन्हें पहली बार यहां आने का मौका मिला है. खूबसूरत और मनोरम वादियों के बीच यह मंदिर बसा हुआ है, जो काफी मनमोहक है. मुझे भजन गाने के कारण देवी मां की कृपा से इतनी पहचान मिली है.
कई लोग रहे मौजूद: शहनाज अख्तर की भक्ति संध्या कार्यक्रम में गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, रामगढ़ की पूर्व विधायक ममता देवी सहित हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे. इन सभी लोगों को शहनाज अख्तर ने अपनी गीतों से जमकर झुमाया. शहनाज अख्तर ने बताया कि झारखंड उनका फेवरेट राज्य है. वह 2005 से झारखंड के विभिन्न जगहों में आ रही हैं.
'माता की आरती में शामिल होने से बड़ा सौभाग्य कुछ नहीं': उन्होंने कहा कि माता यहां साक्षात विराजमान हैं. माता के दर्शन और पूजा करने के साथ-साथ आरती करने से बड़ा सौभाग्य और कुछ नहीं हो सकता है. उनसे पूछा गया कि कई मुस्लिम लड़कियां भजन गाने में सामने आ रही हैं और मुस्लिम समाज फतवा जारी करता है. इस पर वह क्या सोचती हैं. उन्होंने इस सवाल के जवाब में कहा कि भक्ति के मार्ग में जाने के लिए किसी को रोकना नहीं चाहिए. अगर मुस्लिम लड़कियां भजन गाने के लिए आगे आ रही हैं तो यह तो गर्व की बात होनी चाहिए. खासकर मेरे लिए कि मैं किसी के लिए प्रेरणा बन रही हूं.