रामगढ़ः जिले की छावनी फुटबॉल मैदान में सेना दिवस को लेकर सिख रेजीमेंट सेंटर ने कार्यक्रम का आयोजन किया. इस मौके पर सेना के जवानों ने एक से बढ़कर एक कार्यक्रम पेश किया.
एक से बढ़कर एक कार्यक्रम
देशभक्ति गीत के बाद सिखों के प्रसिद्ध परंपरिक युद्ध कला का प्रदर्शन किया. इसमें गतका पार्टी ने एक से बढ़कर एक करतब दिखाए, जिसने वहां मौजूद दर्शकों का मन मोह लिया. इसके बाद पंजाब के लोक नृत्य भांगड़ा डांस को सिख रेजीमेंट के जवानों ने आकर्षक ढंग से पेश किया और फिर सिख रेजीमेंट की ब्रास बैंड ने बैंड डिस्प्ले की शानदार प्रस्तुति की. सेना दिवस के बारे में जानकारी देते हुए सेना के अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 15 जनवरी को फील्ड मार्शल केएम करियप्पा के भारतीय सेना के शीर्ष कमांडर का पदभार ग्रहण करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है.
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स्कूली बच्चों के लिया आनंद
मौके पर आर्मी स्कूल रामगढ़ के बच्चों ने कार्यक्रम का आनंद लिया. स्कूली छात्र ने बताया कि कार्यक्रम देख कर वह बहुत प्रभावित हुआ और उसका भी मन करता है कि फौज में भर्ती होकर और देश सेवा के लिए सर्वस्व न्योछावर करे.
कार्यक्रम का उद्देश्य
स्कूली बच्चों, युवाओं और आम जनता को आर्मी के प्रति प्रेरित करना कि भारतीय सेना क्या है, यह कैसे काम करती है, कैसे अपने दुश्मनों पर काबू पाती है, कैसे अपनी आत्मरक्षा में रक्षा करती है, साथ ही आर्मी जीवन की क्रिया-कलाप कैसी होती है इस तरह की तमाम जानकारी आर्मी ने दी.
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सिख रेजीमेंट की इतिहास की भी जानकारी
सेना दिवस के बारे में जानकारी देते हुए सेना के अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 15 जनवरी को फील्ड मार्शल केएम करियप्पा भारतीय सेना के शीर्ष कमांडर का पदभार ग्रहण करने के उपलक्ष में मनाया जाता है. फिर मार्शल के एम करियप्पा ने 15 जनवरी 1949 को ब्रिटिश राज के समय के भारतीय सेना के अंतिम अंग्रेज शीर्ष कमांडर जनरल सर फ्रांसिस बटलर से पदभार ग्रहण किया था.