रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ जिले के पतरातू थाना क्षेत्र के टेरपा महूवामोड़ के पास एटीएस डीएसपी और दारोगा पर गोली चलाने वाले शार्प शूटर बॉबी साव को पतरातू पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने अपराधी के पास से हथियार भी बरामद किया है. बॉबी साव की गिरफ्तारी लोहरदगा से हुई है.
17 जुलाई की रात अपराधियों ने की थी पुलिस पर फायरिंगः जानकारी के अनुसार कुख्यात अपराधी अमन साहू गैंग का गुर्गा चंदन साव की निशानदेही पर रांची एटीएस के डीएसपी नीरज कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम 17 जुलाई की रात बॉबी साव और अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए पतरातू थाना क्षेत्र के टेरपा पहुंची थी. इसी दौरान बॉबी साव ने पुलिस की टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी. जिसमें एटीएस के डीएसपी नीरज और दारोगा सोनू घायल हो गए थे. जिसके बाद बॉबी की तलाश करने के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई थी. साथ ही टीम में शामिल पदाधिकारियों को हर हाल में बॉबी साव को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया था.
पतरातू पुलिस ने छापेमारी कर लोहरदगा से बॉबी को किया गिरफ्तारः जानकारी के अनुसार बॉबी साव पतरातू पुलिस टीम को 24 घंटे खूब इधर-उधर घुमाया. इसी दौरान मंगलवार की देर रात्रि पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली कि बॉबी साव लोहरदगा जिला के भंडरा थाना क्षेत्र के भौरा में अपने एक रिश्तेदार के यहां छिपा हुआ है. जिसके बाद पतरातू पुलिस ने लोहरदगा पहुंच कर छापेमारी की और बॉबी साव को गिरफ्तार कर लिया.
पत्नी को लेकर झारखंड से भागने की फिराक में था बॉबीः जानकारी के अनुसर घटना को अंजाम देने के बाद बॉबी पत्नी के साथ झारखंड से बाहर भागना चाहता था. इसलिए मोटरसाइकिल से खूंटी पहुंचकर अपनी पत्नी को लेकर भागने लगा, लेकिन इसी दौरान पुलिस उसके पीछे लग गई. पुलिस ने अपराधी का पीछा नहीं छोड़ा और आखिरकार गुप्त सूचना के आधार पर लोहरदगा के भौरा गांव में स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर बॉबी को गिरफ्तार कर लिया. जानकारी के अनुसार बॉबी की पत्नी 8 माह की गर्भवती है. इस कारण वह अपनी पत्नी को लेकर दूर नहीं भाग सका. बॉबी साव के पास से पुलिस चार पिस्टल, मैगजीन और कारतूस बरामद किया है.
दूसरे गुट का अपराधी समझ बॉबी और रवि ने पुलिस पर की थी फायरिंगः इधर, पुलिस सूत्रों के अनुसार जब रामगढ़ की पतरातू पुलिस छापेमारी करने टेरपा पहुंची थी तो घटना स्थल पर बॉबी साव उसके साथी रवि कुछ समझ नहीं पाए. दोनों को लगा कि कोई लोकल दूसरे गुट का अपराधी उनलोगों को मारने पहुंचा है. जिसके कारण उनलोगों ने पुलिस पर ही फायर कर दिया. जब पता चला कि जिस पर पर फायर हुआ है वो अपराधी नहीं हैं एटीएस की टीम है तो दोनों वहां से फरार हो गए. इधर दूसरा आरोपी रवि अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी कर रही है.