रामगढ़: शहर के गोलपार के समीप मंगलवार (11 अप्रैल) को एक बड़ी घटना घटी. लुटेरों ने एलआईसी ऑफिस के बाहर से 29 लाख से अधिक रुपये लूट लिये. घटना में सीएमएस कैश वैन कर्मी को गोली मार दी. हथियार से लैश तीन मोटरसाइकिल सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े फायरिंग कर लूट की वारदात को अंजाम दिया है. घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई. लोगों की भीड़ एलआईसी बिल्डिंग के पास जमा हो गई. घटना की सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और छानबीन कर रही है.
ये भी पढ़ें: Ramgarh Clash: रामगढ़ में दो गुटों में मारपीट, पतरातू डैम में नाविक संघ के खूनी संघर्ष में कई लोग जख्मी
कैश वैन कर्मी को पैर में मारी गोली: घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कैश वैन कर्मी प्रेम कुमार एलआईसी बिल्डिंग से पैसे लेकर बाहर निकले. इधर अपराधियों ने प्रेम कुमार के इर्द-गिर्द हवाई फायरिंग शुरू कर दी. पैसे से भरा ब्रीफकेस और बैग लूट लिए. इस दौरान कैश वैन कर्मी को पैर में गोली लगी. जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि गोली मार कर अपराधी ब्रीफकेस और बैग लेकर गोलपार की ओर फरार हो गए.
हथियार से लैस गार्ड भीतर भाग गया: चीफ मैनेजर ने पहले पूरी वारदात के बारे में बताने से इनकार किया. जब कैमरा में देखा तो कहा कि घटना एलआईसी बिल्डिंग के बाहर हुई है. हम लोगों ने कैश रिसीव करने वाली कंपनी को कैश रिसीव करा दिया है. जिसके बाद हमारी जिम्मेदारी खत्म हो गई है. उन्होंने बताया कि 29 लाख 34 हजार 797 रुपए की लूट हुई है. गोली चली है. पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई है. एलआईसी बिल्डिंग में हथियार से लैस गार्ड ने बताया कि जैसे ही देखा की गोली चल रही है, वैसे ही वह भीतर भाग कर आ गया.
जिले के सभी थाना क्षेत्रों में चेकिंग जारी: रामगढ़ के नए थाना प्रभारी रोहित कुमार महतो ने बताया कि एलआईसी का पैसा बिल्डिंग से लेकर कैश वैन कर्मी ले जा रहे थे. इसी दौरान बाइक पर सवार कई अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया है. कुल 29 लाख 34 हजार 797 रुपए की लूट हुई है. पूरे मामले को लेकर जिले के सभी थाना क्षेत्रों में चेकिंग की जा रही है. आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला जा रहा है. ताकि वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को पुलिस सलाखों के पीछे डालकर और पूरे कांड का उद्भेदन कर सके.
थाने से महज एक किलोमीटर दूर घटना: रामगढ़ थाने से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर घटना हुई है. ऐसा करके अपराधियों ने पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है. वहीं एलआईसी ऑफिस में सीसीटीवी कैमरे ना लगे होने की वजह से वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों का चेहरा CCTV में कैद नहीं हो सका है.