रामगढ़: जिला के रजरप्पा थाना क्षेत्र में शनिवार रात मजदूर नेता रमेश विश्वकर्मा की निर्मम हत्या कर दी गई (Labour Leader Murder Case in Ramgarh). वहीं पुलिस अब हत्या के कारण और हत्यारों तक पहुंचने के लिए घटनास्थल का मुआयना ही कर रही है. अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं. हत्याकांड से कोई भी कड़ी नहीं जुड़ पाई है. हालांकि, 5 लोगों को पूछताछ के लिए रजरप्पा थाना में रखा गया है.
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यूनियन नेता रमेश विश्वकर्मा की हत्या के 36 घंटे बाद भी रामगढ़ पुलिस अब तक खाली हाथ हैं और हत्या के कारण पूरे क्षेत्र में सनसनी के साथ-साथ दहशत का भी माहौल देखने को मिल रहा है. पूरे मामले में आम लोग भी कुछ भी बोलने से कतरा रहा है. आज रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक दोबारा घटनास्थल पहुंचे. उनके साथ रजरप्पा पुलिस के कई अधिकारी भी पहुंचे और दोबारा घटनास्थल की बारीकी से जांच की. अब तक गोली चलने का कोई भी साक्ष्य नहीं मिला है, लेकिन मृतक के शव को देखकर यह स्पष्ट है कि अपराधियों ने यूनियन के नेता रमेश विश्वकर्मा की हत्या धारदार हथियार से बेरहमी से गला रेतकर की है.
रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक ने कहा कि घटना का उद्भेदन करने के लिए वरीय अधिकारी के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया है. टीम में शामिल अधिकारी जल्द ही अपराधियों को पकड़ कर मामले का उद्भेदन करेंगे. अपराधियों की गिरफ्तारी से ही पता चल पाएगा कि रमेश विश्वकर्मा की हत्या का मुख्य कारण क्या है. हालांकि, पुलिस हर बिंदुओं पर बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है. राष्ट्रीय कोयला मजदूर यूनियन के क्षेत्रीय सचिव रमेश विश्वकर्मा की हत्या का खुलासा रामगढ़ पुलिस कब तक कर पाती है यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन अब तक पुलिस खाली हाथ दिख रही है. यूनियन नेता की हत्या पुलिस के लिए चुनौती भी है.