रामगढ़ः ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को पीने के पानी की समस्या नहीं हो इसके लिए राज्य सरकार ने 14वें वित्ती आयोग की राशि से गोला प्रखंड के दर्जनों गांवों में सोलर आधारित मोटर पंप और जल मीनार लगवाये, ताकि ग्रामीणों को 24 घंटे शुद्ध पीने का पानी मिल सके. लेकिन अधिकतर मोटर पंप और जल मीनार महीनों से खराब हैं. इससे ग्रामीण सुबह से शाम तक पीने के पानी के लिए भटकने को मजबूर हो रहे हैं.
रामगढ़ में पीने के पानी की समस्या को देखते हुए प्रशासन ने लाखों रुपये खर्च कर सोलर युक्त जल मीनार और चापानल लगाया. जल मीनार और चापानल शुरुआती दिनों में ठीक से चला, लेकिन महीना-दो महीना के भीतर ही वे खराब हो गए. जिसे अब तक किसी ने नहीं बनवाया है. स्थिति यह है कि सुबह से ही लोग पानी के लिए भटकते रहते हैं. यह स्थिति किसी एक गांव की नहीं है, बल्कि गोला प्रखंड के अधिकतर गांवों की है. ग्रामीण लालो देवी कहती हैं कि जल मीनार लगा तो पीने के पानी की समस्या खत्म हो गई थी, लेकिन कुछ ही दिनों में पंप खराब हो गया जो अब तक ठीक नहीं किया जा सका है.
जिला पार्षद के पूर्व सदस्य गोविंद मुंडा कहते हैं कि खराब मोर्टर और जल मीनार को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी संबंधित विभाग की है. उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग से लिखित शिकायत भी की गई. लेकिन शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत सोलर युक्त जल मीनार खराब हैं. उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार ने बताया कि गर्मी को देखते हुए सभी जल मीनारों को दुरुस्त किया जा रहा है. इसे लेकर सभी बीडीओ को दिशा-निर्देश भी दिया गया है. कुछ दिनों में सभी खराब जल मीनारों को दुरुस्त कर लिया जाएगा.