रामगढ़ः विश्व प्रसिद्ध हजारीबाग की रामनवमी पर कई तरह की पाबंदियां जिला प्रशासन की ओर से लगाई गई है. जिसको लेकर सांसद जयंत सिन्हा ने भी राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि पारंपरिक तौर पर 100 वर्षों से अधिक दिनों से मनाई जा रही रामनवमी त्यौहार में पाबंदियां लगाना गलत है. संस्कृति की झलक और पारंपरिक तौर पर मनाई जाने वाली रामनवमी को पूर्व की भांति मनाए जाने को लेकर सरकार से निवेदन भी किया.
सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि दिशा निर्देश जारी किए गए हैं जो पूरी तरह से गलत हैं लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है. अक्षय पात्रा मेगा किचन के भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने आए सांसद से जब सरकार द्वारा रामनवमी को लेकर जारी किए गए निर्देश के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि
अत्यंत दुख की बात है राज्य सरकार पारंपरिक तौर पर जो रामनवमी होती है उसे नहीं होने दे रही है.
उसमें तीन किस्म की बाधाएं लगा रही हैं पहली बात तो जो पारंपरिक तौर पर झांकियां रामनवमी की निकलती है, उस दौरान जो शस्त्र लाठी वगैरह लेकर चलते हैं उस पर प्रतिबंध लगा रहे हैं जो बिल्कुल गलत बात है. दूसरा जो हम लोग झांकियों में भक्ति के गीत और डीजे वगैरह का इस्तेमाल करते हैं उस पर रोक लगाई गई है, वह भी गलत बात है. तीसरा जो पारंपरिक तौर पर वर्षों से जिस रास्ते से जुलूस वगैरह निकाला जाता है उस रास्ते पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है. धारा 144 लगाई गई है, जो पूरी तरह से गलत है. इसे भी हटाना जरूरी है, क्योंकि यह आस्था का मामला है.
सांसद ने कहा कि हजारीबाग और रामगढ़ का जो रामनवमी जुलूस निकलता है वह विश्व प्रसिद्ध है. माननीय मुख्यमंत्री जी को और राज्य के सरकार को निवेदन करते हैं कि जो पारंपरिक तौर पर हम लोगों द्वारा रामनवमी मनाते हैं मनाने देना चाहिए. इसमें कभी कोई दिक्कत पूर्व में नहीं हुई है. शांतिपूर्वक भक्ति के अनुसार हम लोगों द्वारा इसको किया गया है. उन्होंने कहा कि कई बातें इस तरह के आदेश से नजर आती हैं. सरकार की अयोग्यता है कि हर विषय को वो संभाल नहीं पाती है. दूसरा कोई ना कोई राजनीतिक मकसद है, जो वह पूरा करना चाहते हैं, जो इस तरह की आस्था को चूर करके कुचल कर के तीसरा प्रशासन और राज्य सरकार के बीच समन्वय बनाए जाए, क्योंकि रामनवमी एक ऐसा पर्व है जो रोका नहीं जा सकता है और ना ही आप को रोकना चाहिए.
बता दें कि हजारीबाग जिला प्रशासन ने रामनवमी को लेकर दिशा - निर्देश जारी किए हैं. जिसमें कई चीजों पर पाबंदियां लगाई गई है. जारी आदेश में कहा गया है कि रामनवमी उत्सव के दौरान लाठी-डंडों के साथ कलाबाजी नहीं की जाएगी, हथियारों का प्रदर्शन भी नहीं होगा.