रामगढ़ः व्यवहार न्यायालय में 29 मई से 14 जून तक मन का मिलन पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा. जिसमें सभी तरह के सुलह होने वाले लंबित वादों का मध्यस्थता करा निपटारा किया जाएगा. विवादों के निपटारे में मध्यस्थता एक कारगर पहल है. इस प्रक्रिया से लोगों को अवगत कराने के लिए जिलेभर में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा.
पीडीजे के मार्गदर्शन में चलाया जाएगा अभियानः मन का मिलन पखवाड़ा मध्यस्थता के माध्यम से वादों के निष्पादन के लिए एक अनूठी पहल है, जो लोगों के हित में है. विशेष अभियान को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ब्रजेश कुमार गौतम के मार्गदर्शन में चलाया जाएगा. जिसमें आम जनता को मध्यस्थता के माध्यम से वादों का निष्पादन करने का महत्व बताया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक वादों का निष्पादन किया जा सके.
मध्यस्थता में दोनों पक्षों की होती है जीतः जमीन विवाद, जायदाद, पारिवारिक विवाद, चेक बाउंस, वाणिज्य, आपराधिक सुलहनीय मामले, वाहन दुर्घटना मुआवजा, विद्युत, एक्साइज आदि मामलों का निःशुल्क और त्वरित निष्पादन करा सकेंगे. मध्यस्थता दोनों पक्षों की सहमति से ही हो सकती है. मध्यस्थता से निर्णय होने पर दोनों पक्षों की जीत होती है और लोगों के समय और धन की भी बचत होती है. साथ ही संबंध भी बने रहते हैं.
विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ने दी जानकारीः जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव दिलीप राजेश्वर तिर्की ने बताया कि मन का मिलन पखवाड़ा मध्यस्थता के माध्यम से वादों के निष्पादन के लिए एक अनूठी पहल है, जो लोगों के लिए लाभकारी है.इसके माध्यम से समय और धन की बचत तो होती ही हैं, साथ ही संबंध भी बने रहते हैं. मध्यस्थता में भाग लेना पूर्णत: पक्षकारों की सहमति पर निर्भर है. इसमें दोनों पक्षों के लोग मिल कर विवाद का समाधान ढूंढते हैं. जिससे समय, धन और व्यक्तिगत संबंधों की रक्षा होती है.