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रामगढ़ः FDI के विरोध में श्रमिक संगठनों की हड़ताल, कोलियरी में काम रहा ठप - श्रम संगठनों

कोल सेक्टर में शत प्रतिशत एफडीआइ, निजीकरण के विरोध में श्रमिक संगठन ने एकदिवसीय हड़ताल की घोषणा की थी. हड़ताल की वजह से कोलियरी में काम पूरी तरह ठप है. हड़ताल के दौरान मजदूरों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है और जमकर नारेबाजी की है.

हड़ताल को लेकर श्रमिक संगठनों ने बुलंद की आवाज
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Published : Sep 24, 2019, 2:38 PM IST

रामगढ़ः एफडीआइ, निजीकरण और विनिवेश को लेकर श्रमिक संगठनों ने एक दिवसीय हड़ताल की है. हड़ताल में शामिल आरसीएसएस, एटक, सीटू, एचएमएस, एक्टू के पदाधिकारियों ने आक्रोश व्यक्त किया. हड़ताल की वजह से रामगढ़ की कोलियरियों में उत्पादन ठप है.

देखें पूरी खबर
सभी मजदूर नेताओं ने एफडीआई पर कहा कि कोयला उद्योग में शत-प्रतिशत एफडीआइ लागू करने से देश की ऊर्जा, सुरक्षा ही नहीं कोल इंडिया के मजदूरों के भविष्य पर भी खतरा है. श्रमिक संगठन अब आश्वासन नहीं, बल्कि निर्णय चाहते हैं. सरकार को एफडीआइ तुरंत वापस लेना होगा. सरकार और उच्च प्रबंधन मनमाने ढंग से निर्णय लेकर मजदूरों के हितों पर हाथ मार रही है. श्रमिक संघ ने कोयले में 100 प्रतिशत एफडीआइ को गलत फैसला बताकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और इसे वापस लेने और श्रमिक हित में काम करने की मांग की है. नेताओं का कहना है कि कोल प्रबंधन और सरकार सभी अधिनियमों को ताक पर रखकर निजी उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है.

ये भी पढ़ें- रांची में AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की तस्वीर पर पोती गई कालिख


वहीं मजदूरों का कहना है कि यूनियनों की हड़ताल से कोल इंडिया में उत्पादन के साथ-साथ वर्कशॉप सीएमपीडीआई भी प्रभावित हुआ है. यदि रामगढ़ के परिपेक्ष में बात करें तो रामगढ़ जिले में पूरी तरह सीसीएल खदानें बंद हैं. कोई भी सीसीएलकर्मी काम पर नहीं गया है. कई जगहों पर लोगों का विरोध पहली बार देखने को मिल रहा है. सभी एकजुट होकर एफडीआइ का विरोध कर रहे हैं. कोल श्रमिकों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.


दूसरी ओर थाना प्रभारी का कहना है कि बंदी को देखते हुए रामगढ़ जिले में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. कई जगहों पर पुलिस बलों की तैनाती की गई है और पेट्रोलिंग भी की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न हो.

रामगढ़ः एफडीआइ, निजीकरण और विनिवेश को लेकर श्रमिक संगठनों ने एक दिवसीय हड़ताल की है. हड़ताल में शामिल आरसीएसएस, एटक, सीटू, एचएमएस, एक्टू के पदाधिकारियों ने आक्रोश व्यक्त किया. हड़ताल की वजह से रामगढ़ की कोलियरियों में उत्पादन ठप है.

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सभी मजदूर नेताओं ने एफडीआई पर कहा कि कोयला उद्योग में शत-प्रतिशत एफडीआइ लागू करने से देश की ऊर्जा, सुरक्षा ही नहीं कोल इंडिया के मजदूरों के भविष्य पर भी खतरा है. श्रमिक संगठन अब आश्वासन नहीं, बल्कि निर्णय चाहते हैं. सरकार को एफडीआइ तुरंत वापस लेना होगा. सरकार और उच्च प्रबंधन मनमाने ढंग से निर्णय लेकर मजदूरों के हितों पर हाथ मार रही है. श्रमिक संघ ने कोयले में 100 प्रतिशत एफडीआइ को गलत फैसला बताकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और इसे वापस लेने और श्रमिक हित में काम करने की मांग की है. नेताओं का कहना है कि कोल प्रबंधन और सरकार सभी अधिनियमों को ताक पर रखकर निजी उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है.

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वहीं मजदूरों का कहना है कि यूनियनों की हड़ताल से कोल इंडिया में उत्पादन के साथ-साथ वर्कशॉप सीएमपीडीआई भी प्रभावित हुआ है. यदि रामगढ़ के परिपेक्ष में बात करें तो रामगढ़ जिले में पूरी तरह सीसीएल खदानें बंद हैं. कोई भी सीसीएलकर्मी काम पर नहीं गया है. कई जगहों पर लोगों का विरोध पहली बार देखने को मिल रहा है. सभी एकजुट होकर एफडीआइ का विरोध कर रहे हैं. कोल श्रमिकों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.


दूसरी ओर थाना प्रभारी का कहना है कि बंदी को देखते हुए रामगढ़ जिले में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. कई जगहों पर पुलिस बलों की तैनाती की गई है और पेट्रोलिंग भी की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न हो.

Intro:एफडीआइ, निजीकरण व विनिवेश को लेकर श्रम संगठनों द्वारा पूरे कोयला उद्योग में एक दिवसीय हड़ताल का असर रामगढ़ में भी देखने को मिल रहा है ... हड़ताल में शामिल आरसीएसएस, एटक, सीटू, एचएमएस ,एक्टू के पदाधिकारियों ने आक्रोश व्यक्त किया।


Body:सभी नेताओ ने एक स्वर में एफडीआई पर कहा कि कोयला उद्योग में शत-प्रतिशत एफडीआइ लागू करना देश की ऊर्जा ,सुरक्षा ही नहीं कोल इंडिया के मजदूरों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है।

श्रमिक संगठन अब आश्वासन नहीं, बल्कि निर्णय चाहता है। एफडीआइ को सरकार को तत्काल वापस लेना होगा । सरकार व उच्च प्रबंधन मनमाने ढंग से निर्णय लेकर मजदूरों के हितों पर कुठाराघात कर रही है।

श्रमिक संघ ने कोयले में 100 प्रतिशत एफडीआई को गलत फैसला बताकर केन्द्र सरकार को आड़े हाथों लिया और इसे वापस लेने तथा श्रमिक हित में काम करने की मांग की है। 

उनके द्वारा उदासीनता एवं उपेक्षा का भाव अपनाए जाने के कारण पूरे कोयला उद्योग में आज हड़ताल किया गया है।

सभी कोल श्रमिक अपने रोजी-रोटी और परिवार के लिए सारे मतभेद भुलाकर इस हड़ताल को शत-प्रतिशत सफल बना रहे है ।

मजदूर नेताओ ने कहा कि कोल प्रबंधन एवं सरकार सभी अधिनियमों को ताक पर रखकर निजी उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है।

बाईट : योगेन्द्र सिंह मजदूर नेता चश्मा लगाए white shart


यूनियनों की हड़ताल से कोल इंडिया का उत्पादन संप्रेषण के साथ-साथ वर्कशॉप सीएमपीडीआई भी प्रभावित हुआ है यदि रामगढ़ के परिपेक्ष में बात करें तो रामगढ़ जिले में पूरी तरह सीसीएल बंद है कोई भी सीसीएल कर्मी काम पर नहीं गया है कई जगहों पर लोगों का विरोध पहली बार देखने को मिल रहा है सभी एकजुट होकर एफडीआई का विरोध कर रहे हैं कोल श्रमिकों द्वारा जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।

बाईट : हरीरत्नम ।। मजदूर नेता ( गुलाबी शर्ट मोटा शरीर)

बाईट प्रदीप कुमार

बंदी को देखते हुए रामगढ़ जिले में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं जगह-जगह पुलिस बलों की तैनाती की गई है पेट्रोलिंग की जा रही है ताकि किसी तरह की कोई अनहोनी ना हो पाए

बाइट एचएन शाह थाना प्रभारी बरकाकानाConclusion: ये यूनियनें लाखो कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करती हैं। यूनियनों की मांग है कि सरकार कोयला खनन में एफडीआई की अनुमति के फैसले को वापस ले। नहीं तो आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी
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