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नाराज किसानों ने सड़क पर फेंकी सब्जियां, कहा- स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के कारण हो रहा नुकसान

कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन किया गया है. इसके कारण गोला के तिरला सब्जी डेली होलसेल मार्केट में व्यापारी नहीं पहुंच रहे हैं, जिसके परेशान किसान अपनी सब्जियां नहीं बेच पा रहे हैं.

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Published : May 2, 2021, 4:35 PM IST

Updated : May 2, 2021, 4:52 PM IST

GOLA SABJI MARKET
किसानों ने सब्जियां फेंक कर किया विरोध

रामगढ़ : कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए पूरे राज्य में लॉकडाउन लगाया गया है, ताकि कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके लेकिन अब इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गईं हैं. गोला के तिरला सब्जी डेली होलसेल मार्केट में लॉकडाउन होने के कारण किसानों की सब्जियों को व्यापारी नहीं खरीद पा रहे हैं. किसानों का आरोप है कि पुलिस व्यापारियों को मार्केट तक नहीं पहुंचने दे रही है. जिससे अब किसान नाराज हो गए हैं, किसानों ने नाराजगी का विरोध करते हुए सब्जियों को जमीन में फेंक दी. उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की है कि खरीददारों को मार्केट तक पहुंचने दें.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़े- रांची रेल मंडल में कोरोना कहर जारी, अब तक कुल 450 कर्मचारी कोरोना संक्रमित

बाजार में उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां

बाजार में किसानों के विरोध करने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ी. पूरे बाजार में किसान पास-पास दिखाई दिए, कई किसानों के चेहरे पर मास्क तक नहीं थे.

सब्जी फेंकने के बाद किसानों ने क्या कहा ?

किसानों का कहना है कि फसल तो अच्छी हुई, लेकिन स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में पाबंदी के चलते बाहर के व्यपारी और थोक विक्रेता मंडी तक नहीं पहुंच रहे हैं. जिससे सब्जियों के दाम नहीं मिल रहे हैं. किसानों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते लागत भी वसूल होना मुश्किल हो गया है. अगर हालात ऐसे ही रहें, तो भुखमरी की नौबत आ जाएगी.

गोला क्षेत्र सब्जी की पैदावार के लिए जाना जाता है. झारखंड का प्रसिद्ध सब्जी मार्केट भी यहीं पर है. यहां सब्जी की खरीददारी के लिए कई प्रदेशों और जिलों के व्यापारी पहुंचते हैं. वहीं, इस मार्केट में गोला प्रखंड के किसान तो सब्जी बेचने आते ही हैं, वहीं सिल्ली, पेटरवार, कसमार, चितरपुर, दुलमी, ओरमांझी, रामगढ़ प्रखंड के हजारों किसान भी यहां सब्जी बेचने आते हैं. किसानों ने सोचा था कि इस वर्ष फसल अच्छी हुई है, तो पिछले साल के लॉकडाउन की भरपाई हो जाएगी. मगर कोरोना की दूसरी लहर के बाद इस बार भी उनकी उम्मीद खत्म होती दिख रही है. जिसके कारण वह हताश होते नजर आ रहे हैं.

रामगढ़ : कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए पूरे राज्य में लॉकडाउन लगाया गया है, ताकि कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके लेकिन अब इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गईं हैं. गोला के तिरला सब्जी डेली होलसेल मार्केट में लॉकडाउन होने के कारण किसानों की सब्जियों को व्यापारी नहीं खरीद पा रहे हैं. किसानों का आरोप है कि पुलिस व्यापारियों को मार्केट तक नहीं पहुंचने दे रही है. जिससे अब किसान नाराज हो गए हैं, किसानों ने नाराजगी का विरोध करते हुए सब्जियों को जमीन में फेंक दी. उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की है कि खरीददारों को मार्केट तक पहुंचने दें.

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बाजार में उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां

बाजार में किसानों के विरोध करने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ी. पूरे बाजार में किसान पास-पास दिखाई दिए, कई किसानों के चेहरे पर मास्क तक नहीं थे.

सब्जी फेंकने के बाद किसानों ने क्या कहा ?

किसानों का कहना है कि फसल तो अच्छी हुई, लेकिन स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में पाबंदी के चलते बाहर के व्यपारी और थोक विक्रेता मंडी तक नहीं पहुंच रहे हैं. जिससे सब्जियों के दाम नहीं मिल रहे हैं. किसानों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते लागत भी वसूल होना मुश्किल हो गया है. अगर हालात ऐसे ही रहें, तो भुखमरी की नौबत आ जाएगी.

गोला क्षेत्र सब्जी की पैदावार के लिए जाना जाता है. झारखंड का प्रसिद्ध सब्जी मार्केट भी यहीं पर है. यहां सब्जी की खरीददारी के लिए कई प्रदेशों और जिलों के व्यापारी पहुंचते हैं. वहीं, इस मार्केट में गोला प्रखंड के किसान तो सब्जी बेचने आते ही हैं, वहीं सिल्ली, पेटरवार, कसमार, चितरपुर, दुलमी, ओरमांझी, रामगढ़ प्रखंड के हजारों किसान भी यहां सब्जी बेचने आते हैं. किसानों ने सोचा था कि इस वर्ष फसल अच्छी हुई है, तो पिछले साल के लॉकडाउन की भरपाई हो जाएगी. मगर कोरोना की दूसरी लहर के बाद इस बार भी उनकी उम्मीद खत्म होती दिख रही है. जिसके कारण वह हताश होते नजर आ रहे हैं.

Last Updated : May 2, 2021, 4:52 PM IST
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