रामगढ़: जिले में बारिश और जलजमाव हमेशा से जिलेवासियों के लिए परेशानी का सबब रहा है. जलजमाव के कारण जिलेवासियों को हमेशा परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस बार भी जिले में बारिश में मानसून ने दस्तक दे दी है. बारिश को लेकर रामगढ़ छावनी परिषद में जलजमाव जैसी समस्याओं को लेकर क्या-क्या इंतजाम किए गए हैं, उसका रियलिटी चेक ईटीवी भारत ने किया, जिसके बाद कई चौकाने वाली बातें सामने आयी.
ईटीवी भारत ने किया रियल्टी चेक
रियल्टी चेक के दौरान छावनी परिषद उपाध्यक्ष के दावे और जमीनी धरातल में काफी अंतर देखा गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि रामगढ़ छावनी परिषद क्षेत्र में वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर छिड़काव और साफ-सफाई का दौर लगातार चल रहा है, लेकिन कई नालियां ऐसी हैं, जिनकी साफ-सफाई नहीं हो पा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात का पानी उनके घर में रिस-रिस कर आता है, जिसके कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और उन्हें गंदगी के कारण कोरोना के फैलने का भय बना रहता है. लोगों का कहना है कि यदि शहर में जलजमाव जैसी समस्या उत्पन्न होगी और समय रहते पानी की निकासी नहीं हो पाएगी, तो महामारी की संभावना भी बढ़ जाएगी.
तेजी गति से चल रहा है सफाई का कार्य
छावनी परिषद के उपाध्यक्ष अनमोल सिंह ने कहा कि मानसून और कोरोना वायरस को लेकर छावनी परिषद के सभी वार्डों में साफ-सफाई का काम तेजी गति से चल रहा है. इससे पहले भी सभी वार्डों में सैनिटाइजेशन का काम किया जा चुका है और लगातार यह कार्य चल भी रहा है. मानसून से पहले ऐसे ही नालियों की साफ-सफाई मशीन की मदद से की जा रही है. जिन नालियों की शिकायत आ रही है, उन सभी नालियों की सफाई की जा रही है. यदि कहीं भी जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होगी वैसे ही छावनी परिषद की पूरी टीम तैयार है और जलजमाव से तुरंत ही निजात दिलाएगी.
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बता दें कि रामगढ़ छावनी परिषद में 8 वार्ड है, सभी वार्ड की नालियां दामोदर नदी में जाकर गिरती है, इन वार्डो में नालियों की सफाई नहीं हो पाई है, नालियों को साफ करने का काम अभी भी लगातार चल रहा है. कई नालियों में अभी भी कचरे का अंबार है. यदि समय रहते इनकी साफ-सफाई और ठीक नहीं की गयी, तो कोरोना वायरस को फैलने से कोई रोक नहीं सकता.