रामगढ़ः राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में एक ओर कोरोना का कहर जारी है, तो दूसरी तरफ टायफाइड व मौसमी बुखार ने लोगों को अपनी चपेट में ले रखा है. लेकिन जिले के 70 हजार की आबादी वाले चितरपुर प्रखंड का इकलौता प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एएनएम के भरोसे चल रहा है. ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टरों की प्रतिनियुक्त नहीं है. डॉक्टर प्रतिनियुक्त हैं, लेकिन लोगों का आरोप है कि वे दिन में 12 बजे के बाद पहुंचते हैं. इससे यहां के मरीजों को घंटों डॉक्टर का इंतजार करना पड़ता है.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति की गई है, लेकिन दोनों डॉक्टर केंद्र से नदारद रहते हैं. इससे ग्रामीणों को परेशानी होती है. देवेंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना काल में पूरे प्रखंड से लोग यहां इलाज कराने पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि मैं ही यहां दो घंटे से खड़ा हूं, ताकि डॉक्टर से दिखा सकूं, लेकिन डॉक्टर नहीं पहुंचे हैं. वहीं केंद्र पर कार्यरत एएनएम कहती है कि डॉक्टर रोजाना रांची से आते हैं. इससे डॉक्टर के पहुंचने में देरी होती है. उन्होंने कहा कि हमलोग कुछ मरीजों का इलाज कर देते हैं, जिस मरीज का इलाज नहीं कर पाते हैं, उन्हें बैठाकर रखते हैं.
समय से नहीं आने पर होगी कार्रवाई
इस संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि दोनों डॉक्टर को हिदायत दी है कि अस्पताल में समय से पहंचे. उन्होंने कहा कि निर्धारित समय से अस्पताल नहीं पहुंते हैं, तो कार्रवाई की जाएगी.