रामगढ़: जिले के एक मोबाइल दुकानदार को साइबर अपराधी की ओर से ठगी की गई थी, लेकिन दुकानदार ने सूझबूझ दिखाते हुए उसे गिफ्ट देने के बहाने दोबारा दुकान पर बुलाया और पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
मोबाइल दुकानदार से ठगी
रामगढ़ में एक मोबाइल दुकानदार ने एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार करवाया है. इस साइबर अपराधी का नाम ईशान है. जो अक्सर किसी न किसी दुकान पर जाकर दुकानदार को लूटने का काम करता था. इसने मोबाइल दुकानदार पंकज के साथ भी वही किया. पंकज के दुकान पर पहुंचा और उससे मोबाइल खरीदा. इसके बाद उसने इसका पेमेंट पेटीएम नाम के ऐप से करने की बात कही. उसका दूसरा साथी दुकानदार के पेटीएम अकाउंट में एक फर्जी मैसेज भेजा, जिससे दुकानदार को यह विश्वास हो गया कि उसके पेटीएम अकाउंट में भुगतान हो गया है.
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लालच में फंसा शातिर लूटेरा
इस मैसेज में रेफरेंस नंबर और अन्य बाकी चीजें भी हुआ करता था, जिस वजह से दुकानदार को संदेह नहीं हो पाया कि उसके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर नहीं हुए हैं. बाद में बैंक अकाउंट चेक करने पर पता चला कि उनके साथ ठगी हो गई है. इसके बाद दुकानदार ने एक योजना बनाई और उस साइबर अपराधी को फोन किया. फोन पर पंकज ने उसे बताया कि उसने जो मोबाइल खरीदा है. वह ऑफर में था और उसमें उसे 8 हजार की लॉटरी लगी है. इसके बाद शातिर अपराधी लालच में आ गया और अपने पैसे लेने दुकान पर पहुंचा. इस दौरान लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया.
आरोपी का है अपराधिक इतिहास
कुख्यात साइबर क्रिमिनल ईशान कुमार गिरी बैंक भी लुट चुका है. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि रांची जैसे बड़े बाजार में उसने दर्जनों मोबाइल दुकानदारों को भी लूटने का काम किया है. वह रांची जिले के हरमू रोड गाड़ीखाना का निवासी है. उसने साल 2012 में रांची में पंजाब नेशनल बैंक की डोरंडा शाखा को अपने पांच साथियों के साथ मिलकर लूट लिया था. मामले में डोरंडा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. 5 साल तक जेल में रहने के बाद ईशान 2017 में जेल से बाहर निकला. उसके बाद उसने साइबर क्राइम की दुनिया में कदम रखा.