रामगढ़: जिले में एक बुजुर्ग के साथ हैवानियत बरती गयी. रामगढ़ थाना क्षेत्र के बाजारटांड़ में एक वृद्ध को दो घंटे तक लोहे के खंभे से बांधकर रखा गया. इसको लेकर पीड़ित द्वारा थाना में आवेदन दिया गया है. जिसमें उन्होंने प्रशासन से न्याय और सुरक्षा की गुहार लगाई है. ये घटना 27 सितंबर 2023 को हुई थी, जिसमें इंद्रदेव यादव को दो घंटे तक खंभे से बांधकर रखा गया था.
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क्या है मामलाः बुधवार 27 सितंबर 2023 को बुजुर्ग पशुपालक को दो घंटे तक खंभे से बांधकर रखा गया और उन्हें प्रताड़ित किया गया. पशुपालक इंद्रदेव यादव पर आरोप था कि उनकी भैंस अरुण महतो के खेत में घुस गयी और मकई की फसल को बर्बाद कर दिया. जिसके बाद जुर्माना के तौर पर इंद्रदेव से दस हजार रुपए मांगे गए. जब पैसे नहीं मिला तो उन्हें लोहे के खंभे से करीब दो घंटे तक बांधकर रखा गया.
इस बीच खेत मालिक अरुण महतो ने इंद्रदेव से तीन हजार रुपया ले लिया और धमकी दी कि अगर ये बात किसी को बताओगे तो अंजाम बुरा होगा. घटना के काफी देर बाद स्थानीय लोगों ने पशुपालक को खंभे से मुक्त कराया. दो दिन बाद डरे सहमे पीड़ित इंद्रदेव यादव रामगढ़ थाना पहुंचे और चुपके से आवेदन दिया. जिसमें उनके द्वारा सुरक्षा की गुहार लगाई गयी है. पूरे मामले को लेकर थाना प्रभारी रोहित कुमार महतो ने बताया कि इस घटना में जो भी दोषी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
जानिए, आवेदन में क्या लिखा है: पीड़ित इंद्रदेव यादव यादव के द्वारा थाना में दिये आवेदन की कॉपी में कुछ इस प्रकार से बातें लिखी गयी हैं. 'मैं इंद्रदेव यादव पिता स्वर्गीय रामेशर यादव निवासी कुम्भार टोला नियर वैष्णो माता मंदिर वार्ड नंबर 8 रामगढ़ कैंट जिला रामगढ़ का रहने वाला हूं. मैं 27/9/2023 को अपने खटाल का नित्य कार्य कर रहा था, उसी वक्त बाजारटांड़ नियर सिदो कान्हू स्टेडियम के सामने अरुण महतो अपने पुत्र के साथ मेरे खटाल आए और कहा कि तुम्हारे भैंस ने मेरे बारी को खराब किया है.
फिर जबरदस्ती करते हुए मुझे अपने साथ ले गए और बोला कि मेरे 6 डेसिमल की खेत की मकई तुम्हारी भैंस ने खा लिया है, तुम्हें 10 हजार रुपया जुर्माना भरना पड़ेगा. फिर अरुण महतो अपने घर पर उनकी पत्नी और एक और व्यक्ति के द्वारा शटरनुमा दुकान में मुझे बंद करने का प्रयास किया. इस दौरान वह कह रहे थे कि इसको बंद कर के जान से मार दो. मैंने किसी तरह दुकान से निकलने का प्रयास किया जिस वजह से मेरे कंधे में काफी चोटें आई.
इसके बाद अरुण महतो और अन्य तीनों ने मिलकर अपनी दुकान के सामने लोहे के खंभे में रस्सी से मेरे पैर और कमर को पीछे से बांध दिया. उनके द्वारा फिर से धमकी देते हुए मेरा गला दबाया गया और कहा गया कि दस हजार रुपया दो वरना जान से मार देंगे. मैं लगातार विनती कर रहा था मुझे छोड़ दें पर मेरी मिन्नतों का उन लोगों पर कोई असर नहीं हुआ. मैं अपनी जान बचाने के वास्ते 2 हजार 500 रुपया देने को तैयार हुआ पर वह नहीं मान रहे थे, मुझे लगभग दो घंटा खंभे से बांधकर रखा गया.
इसी बीच स्थानीय पत्रकार के आने पर मेरा बंधा हुआ फोटो लेने पर उन लोगों के कहने के बाद मुझे रिहा कर दिया गया. जिसके बाद वह मेरे खटाल पर आए और मुझसे 3 हजार रुपये ले लिये. इसके उपरांत 28/9/2023 को मैं बाजारटांड़ में अपनी भैंस की चरवाही कर रहा था तभी अरुण महतो अपने पुत्र के साथ आए और थाना नहीं जाने का धमकी दी. साथ ही अन्य चरवाहों को भी डराया धमकाया कि अगर थाने में रिपोर्ट किया तो अंजाम बुरा होगा. अरुण महतो और उनके परिवार के लोगों ने जिस प्रकार मुझे बांधकर प्रताड़ित किया मेरे पैर, कमर, हाथ में काफी चोट आयी है. अतः श्रीमान से आग्रह करता हूं कि उचित कानूनी कार्रवाई की जाए. मैं अपने जीवन के 50 वर्षों से ज्यादा के उम्र में इतनी बेइज्जती कभी महसूस नहीं किया हूं. मैं अपने परिवार बच्चों और समाज में अपमानित महसूस कर रहा हूं. साथ ही अन्य चरवाहा को जिस प्रकार धमकी दी जा रही है, उससे जानमाल का भी खतरा है'.