रामगढ़ः जिले में बेतहाशा बिजली कटौती और राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के रूट बदलने के विरोध में रामगढ़ बंद किया गया है. यह बंद रामगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के आह्वान पर किया गया है.
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चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के आह्वान पर किये गए बंद को स्थानीय व्यवसायियों और आमलोगों का समर्थन मिल रहा है. इससे वेस्ट बोकारो घाटो, कुज्जू, मांडू, गोला, रजरप्पा, पतरातू, भुरकुंडा, बरकाकाना सहित रामगढ़ शहर में बंद का असर दिखा और व्यवसायियों के साथ आम लोगों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया.
सरकार की नीतियों का भुगत रहे खामियाजा
रामगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष पंकज तिवारी के नेतृत्व में बंद समर्थक सड़क पर उतरे और सुभाष चौक पर पहुंचकर जाम कर दिया. चैंबर के अध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों का खामियाजा रामगढ़ की जनता भुगत रही है. उन्होंने कहा कि दोनों सरकारों को जनता के हितों को ध्यान में रखकर सोचना चाहिए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पैतृक जिला रामगढ़ है. इसके बावजूद बिजली कटौती से लोग परेशान हैं. उन्होंने कहा कि इस विरोध के बावजूद बिजली व्यवस्था बेहतर और राजधानी एक्सप्रेस को पुराने रूट से परिचालन नहीं कराया गया तो आने वाले दिनों में इस आंदोलन को और भी बड़ा किया जाएगा.
उग्र आंदोलन की करेंगे तैयारी
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अमरीश जनक ने कहा कि रामगढ़ की जनता काफी परेशान है. परेशान जनता की समस्याओं का शीघ्र निदान होना चाहिए. उन्होंने कहा राज्य सरकार शीघ्र निदान नहीं करती है, तो फिर आंदोलन को तेज करेंगे. अनमोल सिंह ने कहा कि हजारीबाग सांसद से मिलकर राजधानी एक्सप्रेस और चोपन एक्सप्रेस के रूट नहीं बदलने का आग्रह किया. लेकिन आग्रह पर ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि जिले में बिजली की व्यवस्था चौपट है. उन्होंने कहा कि ठोस कदम नहीं उठाया जाता है तो आगे उग्र आंदोलन की तैयारी करेंगे. इस बंद के समर्थन में रोटरी क्लब ऑफ रामगढ़, झारखंड एकता मंच, अखिल भारतीय क्षत्रीय महासभा, ऑल इंडिया मारवाड़ी युवा मंच, झारखंड पेंशनर कल्याण समाज, श्री दिगंबर जैन समाज, रामगढ़ बचाओ संघर्ष समिति, खुदरा खाद्यान्न व्यवसायी संघ सहित दर्जनों संस्था से जुड़े लोगों ने प्रदर्शन किया.