रामगढ़: महिला ने अपने पति और बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी हस्ताक्षर कर 43 लाख रुपए निकालने का आरोप लगाते हुए भुरकुंडा ओपी में परिवार और बैंककर्मियों के खिलाफ आवेदन दिया है. भुरकुंडा पटेलनगर गायत्री मंदिर निवासी वर्तमान में अपने मायके गिरिडीह में रह रही कुमारी सारांश ने बताया कि बैंक ऑफ इंडिया भुरकुंडा में खाता है. फिक्स्ड डिपोजिट था, वह सब टूट गया.
43 लाख की फर्जी निकासी
महिला ने बताया कि बैंक में 24 लाख एफडी और ओडी खाता में साढ़े 18 लाख रुपए जमा थे. फिक्स्ड डिपोजिट और सारे कागजात ससुरालवालों के पास थे. पिछले 7 अगस्त को पता चला कि उनके एकाउंट का सारा पैसा निकाल लिया गया है, जबकि वह पिछले पांच वर्षों से दुबई में रहकर काम कर रही थी.
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बैंक भी कर रही टाल-मटोल
महिला ने बताया कि ससुरालवालों के साथ कुछ अनबन चल रहा था, लेकिन जब वो घर पहुंची और अपने खाता के संबंध में जानकारी ली तो पता चला कि उसके दोनों अकाउंट से लगभग 43 लाख की निकासी जालसाजी कर निकाल ली गई है. महिला ने कहा कि बैंक पहुंचकर पूरे मामले को जानना चाहा कि कैसे पैसे की निकासी हो गई, लेकिन बैंक ने भी सही जवाब नहीं दिया.
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बैंक नहीं कर रही सहयोग
आखिर में महिला ने थक हारकर पुलिस का सहारा लिया, लेकिन बैंक वाले भुरकुंडा पुलिस को भी सही जानकारी नहीं दे रहे हैं. पहले तो 8 दिन का समय लिया, फिर जब दोबारा पहुंची तब भी उसको बाहर रहने को बोला गया और सही जानकारी नहीं दी जा रही है. जिससे वह काफी परेशान है. महिला ने कहा कि लगातार वह गिरिडीह से आ रही है. लेकिन बैंक इस पूरे मामले में कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है. पीड़ित ने बताया कि भुरकुंडा पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है, लेकिन बैंक का सहयोग नहीं मिलने से पुलिसिया जांच में काफी परेशानी हो रही है.