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स्वास्थ्य मंत्री के इलाके के इन 6 गांवों में नहीं होती शादियां! लोगों ने वोट बहिष्कार का लगाया बैनर

झारखंड में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है, लेकिन चुनाव से पहले ही सरकार के प्रति जनता ने अपने तेवर कड़े कर लिए हैं. पलामू के पांडु इलाके के 6 गांवों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगाया है. दिलचस्प बात यह है कि यह इलाका स्वास्थ्य मंत्री का है, इसके बावजूद यह लोग सड़क बनवाए जाने की मांग कर रहे हैं.

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Published : Oct 2, 2019, 8:22 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 11:51 PM IST

रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर

पलामूः 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का नारा राजधानी से करीब 200 किलोमीटर दूर पलामू के पांडु के इलाके में गूंज रहा है. इस इलाके में 6 गांवों के ग्रामीण एकजुट हुए हैं और गांव के बाहर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर टांग दिया है. यह इलाका राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी का है. पांडु के जगनकेडी, बिशुनपुर, केल्हवा टांड़, लवर पांडु, हसनौलिया और बरवाडीह गांव जाने वाली मुख्य रोड बेहद खराब है.

देखें पूरी खबर

गौरतलब है कि खराब सड़क से नाराज ग्रामीणों ने बैठक कर गांव के बाहर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर टांग दिया. जानकारी के अनुसार 6 गांव में करीब 30 हजार लोगों की आबादी रहती है. बारिश होने के बाद सभी गांव मुख्यालय से कट जाते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि रोड नहीं बनने से वह काफी परेशान हैं. गंभीर रूप से बीमार किसी व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने में कठिनाई होती है. गांव से बाहर निकलने का रोड नहीं है और गांव के दूसरे तरफ नदी है. ग्रामीणों ने कहा कि विधायक, मंत्री से कई बाहर गुहार लगाई गई है लेकिन रोड नहीं बना है. मजबूर हो कर ग्रामीणों ने बैठक कर वोट बहिष्कार का नारा दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि जब उनकी बात सुनी ही नहीं जाती तो क्यों वोट दें.

ये भी पढ़ें- 19 अक्टूबर से रांची में फिर चढ़ेगा क्रिकेट फीवर, भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जाएगा टेस्ट मैच

गांव में विवाह के लिए नहीं आते रिश्ते

ग्रामीणों ने बताया कि रोड नहीं रहने के कारण शादी के लिए गांव में रिश्ते नहीं आते हैं. इस गांव में लोग अपनी बहन बेटियों की शादी नहीं करना चाहते हैं. पांडु का इलाका अतिनक्सल प्रभावित इलाका है. सालों बाद पुलिस की मौजूदगी में बदलाव हो रहा है. वोट का बहिष्कार करने वाले गांव पांडु मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर है.

पलामूः 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का नारा राजधानी से करीब 200 किलोमीटर दूर पलामू के पांडु के इलाके में गूंज रहा है. इस इलाके में 6 गांवों के ग्रामीण एकजुट हुए हैं और गांव के बाहर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर टांग दिया है. यह इलाका राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी का है. पांडु के जगनकेडी, बिशुनपुर, केल्हवा टांड़, लवर पांडु, हसनौलिया और बरवाडीह गांव जाने वाली मुख्य रोड बेहद खराब है.

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गौरतलब है कि खराब सड़क से नाराज ग्रामीणों ने बैठक कर गांव के बाहर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर टांग दिया. जानकारी के अनुसार 6 गांव में करीब 30 हजार लोगों की आबादी रहती है. बारिश होने के बाद सभी गांव मुख्यालय से कट जाते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि रोड नहीं बनने से वह काफी परेशान हैं. गंभीर रूप से बीमार किसी व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने में कठिनाई होती है. गांव से बाहर निकलने का रोड नहीं है और गांव के दूसरे तरफ नदी है. ग्रामीणों ने कहा कि विधायक, मंत्री से कई बाहर गुहार लगाई गई है लेकिन रोड नहीं बना है. मजबूर हो कर ग्रामीणों ने बैठक कर वोट बहिष्कार का नारा दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि जब उनकी बात सुनी ही नहीं जाती तो क्यों वोट दें.

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गांव में विवाह के लिए नहीं आते रिश्ते

ग्रामीणों ने बताया कि रोड नहीं रहने के कारण शादी के लिए गांव में रिश्ते नहीं आते हैं. इस गांव में लोग अपनी बहन बेटियों की शादी नहीं करना चाहते हैं. पांडु का इलाका अतिनक्सल प्रभावित इलाका है. सालों बाद पुलिस की मौजूदगी में बदलाव हो रहा है. वोट का बहिष्कार करने वाले गांव पांडु मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर है.

Intro:स्वास्थ्य मंत्री के इलाके में छह गांव के ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, रोड नही तो वोट नही का लगाया गांव के बाहर बैनर

नीरज कुमार। पलामू

रोड नही तो वोट नही का नारा झारखंड की राजधानी रांची से करीब 200 किलोमीटर दूर पलामू के पांडु के इलाके में गूंज रहा है। पांडु के इलाके में छह गांव के ग्रामीण एकजुट हुए है और गांव के बाहर रोड नही तो वोट नही का बैनर टांग दिया है। जिस इलाके में रोड नही तो वोट नही का नारा गूंज रहा है वह इलाका राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चनद्रवंशी का है। पांडु के जगनकेडी, बिशुनपुर, केल्हवा टांड़, लवर पांडु, हसनौलिया और बरवाडीह गांव जाने वाली मुख्य रोड बेहद खराब है और बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित कर रही हैं । खराब रोड से नाराज ग्रामीणों ने दो दिनों पहले बैठक की और गांव के बाहर रोड नही तो वोट नही का बैनर टांग दिया।


Body:छह गांव में करीब 30 हजार लोगों की आबादी है। बारिश होने के बाद सभी गांव मुख्यालय से कट जाते है। ग्रामीणों ने बताया कि रोड नही बनने से वे परेशानी में है। गंभीर रूप से बीमार किसी व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने में कठिनाई होती है। गांव से बाहर निकलने का रोड नही है और गांव के दूसरे तरफ नदी है। ग्रामीणों ने कहा कि विधायक, मंत्री से कई बाहर गुहार लगाई गई है लेकिन रोड नही बना है। मजबूर हो कर ग्रामीणों ने बैठक कर वोट बहिष्कार का नारा दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब उनकी बात सुनी ही नही जाती तो क्यों वोट दें।


Conclusion:गांव में विवाह के लिए नही आता है रिस्ता

ग्रामीणों ने बताया कि रोड नही रहने के कारण शादी के लिए रिस्ता गांव में नही आता है। लोग गांव में अपनी बहन बेटियों की शादी नही करना चाहते है।

पांडु का इलाका अतिनक्सल प्रभावित इलाका है। वर्षो बाद पुलिस की मौजूदगी में बदलाव हो रहा है। वोट का बहिष्कार करने वाले गांव पांडु मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर। ग्रामीणों की वोट बहिष्कार की धमकी रोड बनवा पाती है या नही यह देखने वाली बात होगी।
Last Updated : Oct 2, 2019, 11:51 PM IST
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