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International Tiger Day: पलामू में चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान

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Published : Jul 29, 2019, 6:27 PM IST

पलामू में ग्लोबल टाइगर दिवस नए थीम के साथ मनाया जा रहा है. ग्रामीणों से विलुप्त होते टाइगर को बचाने की अपील की जा रही है. न केवल बाघ बल्कि दूसरे जानवरों को भी बचाने संबंधी जानकारी ग्रामीणों को दी जा रही है.

पलामू टाइगर रिजर्व में लगी पेंटिग

पलामूः 'हमें गर्व होना चाहिए कि हमारे इलाके में टाइगर है', इसी थीम के साथ पलामू टाइगर रिजर्व 2019 में ग्लोबल टाइगर डे मनाया जा रहा है. केंद्र सरकार ने सोमवार को ग्लोबल टाइगर डे से जुड़े आंकड़े जारी किए. इसमें बताया गया कि झारखंड में 5 टाइगर हैं. अप्रैल 2019 में पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में 3 बाघ चिन्हित हुए थे. हालांकि इन आंकड़ों को जारी नहीं किया गया है.

देखें पूरी खबर

800 हेक्टेयर में बचा है ग्रास लैंड, ग्रास लैंड कम होने से बाघों पर संकट

पलामू टाइगर रिजर्व इस बार गौरव करने वाली थीम लेकर ग्रामीणों को जागरूक करेगी. पलामू टाइगर रिजर्व 1029 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है. लेकिन इस इलाके में ग्रास लैंड लगातार घटता जा रहा है. जो जंगली जीव के साथ-साथ बाघों के लिए संकट का विषय है. पलामू टाइगर रिजर्व के 50 इलाकों में सिर्फ 800 हेक्टेयर में ग्रास लैंड बचा हुआ है. बाघ, हिरण जैसे दूसरे जीवों पर भोजन के लिए निर्भर है. ग्रास लैंड कम होने से हिरण जैसे जीवों की संख्या में कमी आ रही है.

ये भी पढ़ें- सावन की दूसरी सोमवारी: भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए भक्तों की उमड़ी भीड़, हर-हर महादेव के लगे नारे

पलामू टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर वाइके दास बताते हैं कि आम ग्रामीणों को बाघ के साथ-साथ हिरण जैसे जानवरों से वैमनस्य नहीं रखने की अपील की जाएगी. ग्रामीणों को भी बाघ को संरक्षित करने के लिए आगे आना होगा. बाघ जिन जीवों पर निर्भर है उन्हें भी संरक्षित करना होगा.

पलामूः 'हमें गर्व होना चाहिए कि हमारे इलाके में टाइगर है', इसी थीम के साथ पलामू टाइगर रिजर्व 2019 में ग्लोबल टाइगर डे मनाया जा रहा है. केंद्र सरकार ने सोमवार को ग्लोबल टाइगर डे से जुड़े आंकड़े जारी किए. इसमें बताया गया कि झारखंड में 5 टाइगर हैं. अप्रैल 2019 में पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में 3 बाघ चिन्हित हुए थे. हालांकि इन आंकड़ों को जारी नहीं किया गया है.

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800 हेक्टेयर में बचा है ग्रास लैंड, ग्रास लैंड कम होने से बाघों पर संकट

पलामू टाइगर रिजर्व इस बार गौरव करने वाली थीम लेकर ग्रामीणों को जागरूक करेगी. पलामू टाइगर रिजर्व 1029 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है. लेकिन इस इलाके में ग्रास लैंड लगातार घटता जा रहा है. जो जंगली जीव के साथ-साथ बाघों के लिए संकट का विषय है. पलामू टाइगर रिजर्व के 50 इलाकों में सिर्फ 800 हेक्टेयर में ग्रास लैंड बचा हुआ है. बाघ, हिरण जैसे दूसरे जीवों पर भोजन के लिए निर्भर है. ग्रास लैंड कम होने से हिरण जैसे जीवों की संख्या में कमी आ रही है.

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पलामू टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर वाइके दास बताते हैं कि आम ग्रामीणों को बाघ के साथ-साथ हिरण जैसे जानवरों से वैमनस्य नहीं रखने की अपील की जाएगी. ग्रामीणों को भी बाघ को संरक्षित करने के लिए आगे आना होगा. बाघ जिन जीवों पर निर्भर है उन्हें भी संरक्षित करना होगा.

Intro:टाइगर डे- पलामू टाइगर रिजर्व के 800 हेक्टेयर में बचा है ग्रास लैंड, ग्रास लैंड कम होने से बाघों पर संकट

नीरज कुमार । पलामू

हमारे इलाके में टाइगर का होना गौरव वाली बात है, हमे शान होना चाहिए कि हमारे इलाके में टाइगर है। इसी थीम पर पलामू टाइगर रिजर्व 2019 में ग्लोबल टाइगर डे मना रहा है। केंद्र सरकार ने सोमवार को ग्लोबल टाइगर डे से जुड़े आंकड़ो को जारी किया जिमसें बताया गया कि झारखंड में 05 टाइगर है। अप्रैल 2019 में पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में तीन बाघ चिन्हित हुए थे। हालांकि इन आंकड़ों को जारी नही किया गया है। पलामू टाइगर रिजर्व इस बार गौरव करने वाली ठीक ले कर ग्रामीणों को जागरूक करेगी। पलामू टाइगर रिजर्व 1029 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक में फैला हुआ है।



Body:800 हेक्टेयर में बचा है ग्रास लैंड, ग्रास लैंड कम होने से बाघों पर संकट

पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में ग्रास लैंड लगातार घटता जा रहा है और जंगली जीव के साथ साथ बाघों के लिए संकट है। पलामू टाइगर रिजर्व के 50 इलाक़ो में सिर्फ 800 हेक्टेयर में ग्रास लैंड बचा हुआ है। बाघ हिरण जैसे अन्य जीव पर भोजन के लिए निर्भर है। ग्रास लैंड कम होने से हिरण आदि जीवों की संख्या में कमी हो रही है। पलामू टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर वाईके दास बताते है कि आम ग्रामीणों को बाघ के साथ साथ हिरण जैसे जानवरो से वैमनस्य नही रखने की अपील की जाएगी। ग्रामीणों को भी बाघ को संरक्षित करने के लिए आगे आना होगा । बाघ जीन जीवों पर निर्भर है उन्हें भी संरक्षित करना होगा।


Conclusion:टाइगर डे- पलामू टाइगर रिजर्व के 800 हेक्टेयर में बचा है ग्रास लैंड, ग्रास लैंड कम होने से बाघों पर संकट
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