पलामू: कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूर लंबे वक्त से फंसे हुए थे. अब जब करीब डेढ़ महीने बाद उन्हें घर जाने की इजाजत मिली, तो मजदूरों से रेल किराये का सारा खर्च प्रवासी मजदूरों से वसूला जा रहा है. ताजा मामला पलामू जिले का है, जहां गुजरात के भुज से पंहुची श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहुंचे मजदूरों से 754 रुपये के टिकट के लिए 950 रुपये लिए गए.
गौरतलब है कि सोमवार को पलामू में दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन पलामू पंहुची. पहली ट्रेन तेलंगाना के लिंगापल्ली से जबकि दूसरी ट्रेन गुजरात के भुज से पंहुची. दोनों ट्रेन से करीब 2595 प्रवासी मजदूर पलामू पंहुचे हैं.
पुलिस ने वसूले पैसे
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि स्थानीय थाना और कैंप में उनसे पुलिस वालों ने पैसा लिया उसके बाद टिकट दिया है. किसी से 950 तो किसी से एक हजार रुपये तक वसूले गए. किराया देने के बाद मजदूर काफी मायूस थे.
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कितने थे मजदूर
तेलंगाना के लिंगापल्ली के बोकारो 56, चतरा 72, देवघर 42, धनबाद 51, दुमका 3, हजारीबाग 45, जामताड़ा 19, कोडरमा 58, पूर्वी सिंहभूम 36, गढ़वा 88, गिरीडीह 132, गुमला 35, खूंटी 6, लातेहार 47, लोहरदगा 15, पाकुड़ 53, रामगढ़ 8, रांची 103, साहिबगंज 60, सरायकेला 8, सिमडेगा 13 और पश्चिमी सिंहभूम के 68 प्रवासी मजदूर डालटनगंज पंहुचे थे.