पलामूः जिले में स्ट्रीट डॉग का व्यवहार बदलता जा रहा है. ये स्ट्रीट डॉग बच्चों से लेकर वन्य जीवों को अपना निशाना बना रहे हैं. इसे लेकर पलामू जिला प्रशासन ने भी अभियान शुरू किया. इसकी शुरुआत पलामू के मेदिनीनगर नगर निगम के इलाके से हुई है. आंकड़ों की बात करें तो 2022 में पलामू के इलाके में स्ट्रीट डॉग ने 10000 लोगों को निशाना बनाया था. स्ट्रीट डॉग के हमले में हिरण समेत कई वन्यजीवों की जान भी गई थी.
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बंध्याकरण-वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआतः मेदिनीनगर नगर निगम ने केयर ऑफ एनिमल एंड सोसाइटी नामक गैर सरकारी संस्था के सहयोग से बंध्याकरण वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की है. संस्था स्ट्रीट डॉग को पकड़ती है और उसका बंध्याकरण करती है और वैक्सीन भी देती है. कुछ दिनों तक स्ट्रीट डॉग को निगरानी में रखने के बाद उसे छोड़ दिया जाता है. नगर निगम की पहल पर अब तक 970 से भी अधिक स्ट्रीट डॉग का बंध्याकरण और वैक्सीनेशन किया गया है.
नगर निगम की पहलः पलामू के उपविकास आयुक्त मेदिनीनगर नगर निगम के आयुक्त रवि आनंद बताते हैं कि ऐसा देखा गया है कि स्ट्रीट डॉग हिंसक रुख अपनाते हैं. इनकी आबादी भी तेजी से बढ़ती है. स्ट्रीट डॉग को वैक्सीनेट के साथ-साथ बंध्याकरण भी किया जा रहा है. स्ट्रीट डॉग की जनसंख्या रोकने के लिए भी पहल की जा रही है. उनके बदलते व्यवहार को लेकर ईटीवी भारत में एक विस्तृत खबर प्रकाशित किया गया था. जिसके बाद मेदिनीनगर नगर निगम ने पहल करते हुए बंध्याकरण और वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान की शुरुआत 19 जुलाई से हुई है और प्रतिदिन एक स्पेशल टीम स्ट्रीट डॉग को पकड़ती है और वैक्सीनेट करती है.