पलामू: झारखंड में एक समय बड़े पैमाने पर नदियों पर पुल बनाए गए. इनमें से कई पुल का जुड़ाव मुख्य सड़क से नहीं हो पाया था. यही वजह रही कि पुल तो बन गए थे, लेकिन उसका उपयोग नहीं हो पा रहा था. ऐसा ही एक पुल पलामू प्रमंडलीय मेदिनीनगर के कोयल नदी पर सिंगरा और चेडाबार के बीच बनाया गया था. ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा 2015-16 में यह बन कर तैयार हुआ था, मगर इसका उपयोग नही हो पा रहा था. मामले में पलामू सांसद विष्णु दयाल राम ने केंद्र और राज्य सरकार से कई बार इस पुल को मुख्य से जोड़ने के लिए आग्रह किया था.
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सांसद के आग्रह के बाद सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 16 मार्च को इस पुल को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए 83. 54 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं. इस पुल को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) बनाया जाएगा. पलामू सांसद विष्णुदयाल राम ने मामले में कहा है कि आरओबी की स्वीकृति मिलने से उत्तरप्रदेश छत्तीसगढ़ और एमपी के इलाके के लिए कनेक्टिविटी आसान हो जाएगी. यह पूल पलामू में नेशनल हाइवे के बाइपास का हिस्सा है. पुल को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए रेलवे लाइन बड़ी बाधक थी. रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज बनाया जा रहा है. रेलवे ओवरब्रिज के लिए पैसे स्वीकृत होने पर पलामू सांसद विष्णु दयाल राम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के प्रति आभार प्रकट किया है.
पलामू में कोयल नदी पर बना पुल 43 वर्ष पुराना: पलामू प्रमंडल मुख्यालय मेदिनीनगर में कोयल नदी पर बना शाहपुर पुल करीब 43 वर्ष पुराना है. स्कूल से प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहन गुजरते हैं, कई घंटों तक जाम लगी रहती है. यह पलामू को यूपी, एमपी और छत्तीसगढ़ से जोड़ता है. पुल पर भार कम करने के लिए सिंगरा चेडाबार पुल को बनाया गया था. इसके बनने के बाद भी करीब 8 वर्षों से कनेक्टिविटी नहीं हो पाई थी. पुल की कनेक्टिविटी के लिए केंद्रीय सड़क और संरचना निधि के तहत राशि को स्वीकृत किया गया है.