पलामू: पलामू टाइगर रिजर्व और रेलवे के अधिकारी मार्च के अंतिम सप्ताह में रेल लाइन डायवर्सन को लेकर सर्वे करेंगे. पलामू टाइगर रिजर्व से होकर गुजरने वाली रेलवे लाइन को डायवर्ट करने की योजना तैयार की गई है. इस योजना के क्रियान्वयन को लेकर रेलवे विकास निगम और पलामू टाइगर रिजर्व के अधिकारी एक साथ सर्वे करेंगे. इस सर्वे में पलामू टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक रैंक के अधिकारी मौजूद रहेंगे.
पीटीआर ने रेलवे के थर्ड लाइन को लेकर आपत्ति करायी थी दर्जः दरअसल, पलामू टाइगर रिजर्व से रेलवे फ्रेट कॉरिडोर (थर्ड लाइन) बनाने की योजना तैयार की गई थी. पलामू टाइगर रिजर्व रेलवे ने रेलवे के थर्ड लाइन को लेकर आपत्ति दर्ज करायी थी. जिसमें पीटीआर प्रबंधन का कहना था कि थर्ड लाइन गुजरने से पलामू टाइगर रिजर्व दो हिस्सों में बंट जाएगा और वन्य जीवों को इससे नुकसान होगा.
केंद्र सरकार ने रेलवे लाइन को डायवर्ट करने का दिया था निर्देशः जिसके बाद केंद्र की सरकार ने रेलवे लाइन को डायवर्ट करने का निर्देश दिया था. जिसके बाद रेलवे विकास निगम और पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन डायवर्जन के लिए सर्वे का निर्णय लिया था. दरअसल, पलामू टाइगर रिजर्व के कोर एरिया से 11 किलोमीटर रेल लाइन होकर गुजरती है. रेलवे लाइन के डायवर्ट होने के बाद यह दूरी करीब 13 से 14 किलोमीटर की हो जाएगी. रेलवे के फ्रेट कॉरिडोर को लेकर वन्यजीव विशेषज्ञ और पर्यावरणविदों ने सवाल उठाया था और इसको डायवर्ट करने का आग्रह किया था.
रेलवे सोननगर से पतरातू तक बना रहा फ्रेट कॉरिडोरः रेलवे सोननगर से पतरातू तक फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण कर रहा है. इसके तहत तीसरी लाइन बिछाई जानी थी. इसके लिए वन मंत्रालय से अनुमति मांगी गई थी. मामले में वन मंत्रालय ने पलामू टाइगर रिजर्व से होकर गुजरने वाली थर्ड लाइन के साथ-साथ पहले से मौजूद दो रेल लाइनों को भी डायवर्ट करने का निर्देश दिया था.
पीटीआर होकर गुजारी जानी थी 11 किलोमीटर रेल लाइनः पलामू टाइगर रिजर्व के कोर एरिया से थर्ड लाइन करीब 11 किलोमीटर गुजारनी है. पीटीआर प्रबंधन ने छिपादोहर रेलवे स्टेशन के पास से रेल लाइन को डायवर्ट करने का आग्रह किया है जो केड होते हुए हेहेगड़ा तक जाएगी. यह दूरी करीब 14 किलोमीटर की होगी. पीटीआर और रेलवे मार्च के अंतिम सप्ताह में रेल लाइन का सर्वे करेगी. पीटीआर से गुजरने वाली रेल लाइन को डायवर्ट करना है.