पलामू: नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ देशभर के कई राज्यों में प्रदर्शन हो रहा है. कुछ इलाकों में हिंसक आंदोलन भी चल रहा है. इसका असर अब पलामू जिले तक पहुंच गया है. सोमवार को जिले के हैदरनगर में सैकड़ों युवाओं ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया और नागरिकता संशोधन अधिनियम को वापस लेने की मांग की.
नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ लोगों का गुस्सा दिल्ली-असम होते हुए अब झारखंड के पलामू तक आ चुका है. नए नागरिकता संशोधन कानून 2019 के खिलाफ एक पक्ष के लोग पूरे देश में प्रदर्शन हो रहा है. केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा इस बिल को पास तो करा लिया गया है, लेकिन अब देश भर में इसका विरोध हो रहा है. 'नागरिकता संशोधन कानून 2019' बनने के बाद जो हिंसक विरोध प्रदर्शन पूर्वोत्तर के राज्यों में शुरू हुआ था, अब वह पूरे देश में फैल चुका है. नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ पलामू के हैदरनगर स्थित उच्च विद्यालय मैदान में सोमवार को जुटे सैकड़ों युवाओं ने जुलूस निकाला और प्रदर्शन किया.
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हैदरनगर उच्च विद्यालय मैदान परिसर से जुलूस की शक्ल में सैकड़ों लोग हैदरनागर बाजार, रेलवे गुमटी चौक होते हुए प्रखंड कार्यालय पहुंचे. प्रदर्शनकारियों ने काला बिल्ला लगाकर हाथ में तख्तियां लिए हुए थे. तख्ती पर लिखा था, नागरिकता संशोधन अधिनियम वापर लो, एनआरसी लागू नहीं करो, साथ ही केंद्र सरकार के विरोधी नारे भी लिखे गए थे. जुलूस निकलने की सूचना मिलने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी राहुल देव, थाना प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद, एसआई निर्भय कुमार रेलवे गुमटी पहुंचे और जुलूस की वीडियोग्राफी करवाई. वहीं उच्च विद्यालय मैदान में पहुंचकर रैली का नेतृत्व कर रहे पूर्व मुखिया आबू नसर सिद्दीकी ने युवाओं को समझाने का हर संभव प्रयास किया. उन्होंने कहा कि अचार संहिता के बाद जुलूस निकाला जा सकता है, मगर कुछ युवा नहीं माने और उन्होंने जुलूस निकाला.