पलामूः सेंट्रल जेल के एक कैदी की रांची के रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई. कैदी की मौत रविवार को हुई थी. लेकिन उसका शव मंगलवार को पैतृक घर पहुंचाया गया. कैदी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन की अनदेखी की वजह से उसकी मौत हुई है. बता दें कि पांकी थाना क्षेत्र के मंगलपुर के रहने वाले मनीष कुमार प्रेम प्रसंग मामले में पांच महीने से जेल में था.
यह भी पढ़ेंःHuman Trafficking in Palamu: पलामू की नाबालिग बेटी को एमपी में 70 हजार रुपये में बेचा, पुलिस ने किया रिकवर, तीन गिरफ्तार
सेंट्रल जेल के अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि कुछ दिनों पहले मनीष की तबीयत खराब हुई थी. इलाज के लिए एमएमसीएच में भर्ती करवाया गया था. लेकिन एमएमसीएच के डॉक्टरों ने उसे रिम्स रेफर कर दिया. उन्होंने बताया कि रिम्स में ही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. उन्होंने कहा कि शव का पोस्टमार्टम दंडाधिकारी की उपस्थिति में करवाया गया है और मानवाधिकार आयोग को भी इसकी सूचना दे दी गई है.
कैदी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है और मामले की जांच का आग्रह किया है. परिजनों ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि मनीष की उम्र 17 वर्ष थी. लेकिन उसे बाल सुधार गृह की जगह सेंट्रल जेल में रखा गया था. जेल में मनीष को प्रताड़ित किया गया है. परिजन ने पत्र में यह भी लिखा है कि एमएमसीएच में मनीष को देखने पहुंचे तो वह बेहोशी की हालत में था.